अमेठी। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण न होने से नाराज अमेठी के गौरीगंज स्थित सगरा आश्रम पीठाधीश्वर और हिन्दू धर्म गुरु मौनी महराज ने सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। माँ गंगा के लिए लगातार अनशन कर रहे स्वामी सानंद के ऋषिकेश में निधन पर उन्होंने शोकसभा का आयोजन किया। मौनी महाराज ने कहा कि चाहे राम मंदिर का मुद्दा हो, देश की व्यवस्था का मुद्दा हो, भारत की संस्कृति का मुद्दा हो और चाहे रामदेव जैसे व्यवसायी संतो के बढ़ाने का मुद्दा हो। सरकार आज रामदेव जैसे व्यवसायी संतो को भले अरबों देना हो तो दे देगी मगर संतो की गोशाला की गाय के चारे की के लिए नहीं दे पाएगी।
भाजपा से नहीं राम से है संत का मोह
मौनी महाराज ने कहा कि संत का मोह भाजपा से नहीं बल्कि उनका मोह राम से, गंगा से, गाय से, भारत माता से, वंदेमातरम से, धारा 370 से, हिन्दुत्व और रामराज्य से था। मौनी महाराज ने कहा कि स्वामी सानंद जी संसार मे नहीं रहे, तमाम हिन्दू संत नही रहे, इन सब बातों का दर्द संतो में दिखाई पड़ रहा है। जिस समय संतों का विश्वास भाजपा से टूटेगा वह भाजपा का सबसे बड़ा दुर्भाग्य होगा।
बाबा रामदेव पर निशाना साधते हुए कहा कि आज व्यवसायी बाबाओं, व्यवसायी लोगों के लिए व्यवस्था हो गई है मगर जो संत हैं, साधक हैं, विद्ववान हैं उनके लिए सरकार के पास सोचने का समय नहीं है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले 5 राज्यों में भाजपा को इसका परिणाम दिखाई पड़ने लगेगा। समय रहते भाजपा ने इस पर विचार नहीं किया तो उसके लिए बहुत दुखद होगा। आपको पद मिला, प्रतिष्ठा मिली, अधिकार मिला फिर भी आप वह न कर सके जिसके लिए देश ने आपको प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनाया था।