उत्तराखंड के नैनीताल जनपद के बेतालघाट में बीती रात्रि बड़ा सड़क हादसा हो गया। यहां एक मैक्स वाहन के गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार 10 लोगों में से चालक सहित 8 लोगों की मृत्यु हो गयी। जबकि 01 महिला सहित 2 व्यक्ति घायल हो गये। मृतकों में एक स्थानीय चालक को छोड़कर शेष सभी नेपाल के निवासी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सड़क दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है।
मुख्यमंत्री धामी ने जनपद नैनीताल में सड़क दुर्घटना में आठ लोगों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं। प्रभु से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूँ। ॐ शांति:।
गाड़ी के स्टार्ट होते ही हो गयी दुर्घटना-
बेतालघाट विकासखंड में खैरना से बेतालघाट मार्ग पर करीब 24 किलोमीटर दूर मल्ला गांव ऊंचाकोट में चल रहे जल संस्थान के जल-जीवन मिशन के एक कार्य में लगे नेपाली मजदूर कार्य पूरा करने के बाद सोमवार रात्रि करीब 10 बजे एक मैक्स वाहन से लौट रहे थे। जैसे ही यह लोग मैक्स वाहन में बैठे और मैक्स वाहन मजदूरों के आवास से स्टार्ट होते ही उनके आवास के आगे ही बेहद तीक्ष्ण ढलान वाले सीसी मार्ग पर अनियंत्रित होकर करीब 200 मीटर गहरी खाई में गिर गया। इससे उनमें चीख-पुकार मच गई।
दुर्घटना की सूचना मिलने पर बेतालघाट पुलिस मौके पर पहुंची और रात्रि में स्थानीय लोगों व एसडीआरएफ की मदद से घायलों के लिये खोज एवं बचाव अभियान चलाया। सुबह करीब 4 बजे तक अंधेरे व विषम परिस्थितियों में अभियान चला। बेतालघाट के थाना प्रभारी अनीश अहमद ने बताया कि दुर्घटना में 50 वर्षीय विश्राम, 45 वर्षीय धीरज, 40 वर्षीय अंतराम चौधरी, 38 वर्षीय विनोद चौधरी, 55 वर्षीय उदय राम चौधरी, 45 वर्षीय तिलक चौधरी, 60 वर्षीय गोपाल बसनियत एवं मैक्स चला रहे स्थानीय चालक राजेंद्र कुमार पुत्र हरी राम निवासी ग्राम ओड़ा बासकोट थाना बेतालघाट नैनीताल की मृत्यु हो गयी।
जाको राखे साइयां-
इनके अलावा मैक्स में सवार शांति चौधरी पत्नी धीरज चौधरी व छोटू चौधरी उर्फ जनक घायल हुए हैं। प्रेम बहादुर पुत्र शशु बहादुर निवासी कवई अंचल भेरी जिला कटिहार को भी मैक्स में जाना था, लेकिन वह वाहन में सवार ही नहीं हो पाया था कि दुर्घटना हो गयी। घायलों को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेतालघाट और वहां से हल्द्वानी भेज दिया गया।
तीक्ष्ण ढलान बेहद खतरनाक-
जिला मुख्यालय व शहरों सहित पहाड़ों पर कई तीक्ष्ण ढलान वाले पुराने संकरे पैदल या घोड़ा मार्गों को ही थोड़ा चौड़ा कर सीसी मार्ग में और बाद में डामर वाली सड़क में बदल दिया जाता है। इन मार्गों पर हमेशा दुर्घटना की संभावना रहती है। यह दुर्घटना भी ऐसे ही मार्ग पर हुई है।