मेरा अंतिम मरण समाधि तेरे दर पर हो रूआर्यिका अर्ह्मश्री माताजी

भास्कर समाचार सेवा

फ़िरोज़ाबाद। सोमवार को आर्यिका अर्ह्मश्री माताजी का प्रातः नसियाजी मंदिर से श्रीचंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर के लिये मंगल बिहार बैंडबाजों के साथ धूमधाम से हुआ। जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओ ने उपस्थित होकर धर्मलाभ लिया। महिला मंडल की महिलाओ ने चन्द्रप्रभु जैन मंदिर में माताजी की भव्य अगवानी की। माताजी ससंघ के सानिध्य में चन्द्रप्रभु जैन मंदिर में सर्वप्रथम श्रीजी का अभिषेक एवं शांतिधारा पूर्ण विधि विधान के साथ हुआ। तत्पश्चात माताजी के मंगल प्रवचन हुए। चन्द्रप्रभु जैन मंदिर में विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए माताजी ने कहा कि हम जब भगवान के दर्शन करने आते है तो भगवानमय हो जाते है और घर जाते ही घर के हो जाते है। तो कल फिर से दर्शन के लिए आये इसके लिए हम जब घर जाए तो ये चार पंक्ति अवश्य बोल कर जाए, पुनः बुलाना, भूल ना जाना, सपनो में आना, जैसे भी हो हमको अपने दर पर ले आना। माताजी ने अंत में भक्ति गीत की कुछ पंक्तिया सुनाई तेरे दर पर ऐसा लगता ज्यो अपना घर हो, मेरा अंतिम मरण समाधि तेरे दर पर हो। धर्मसभा में अजय जैन बजाज, राहुल जैन इसौली, राज जैन, राजीव जैन, राखी जैन, शीतल जैन आदि मौजूद रहे।

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