लखनऊ : आगमी लोकसभा चुनाव के लिए बस कुछ ही दिन शेष बचे है. इस बीच बुआ-बबुआ के बीच ने सीटों का ऐलान कर दिया है कि किस-किस सीट पर कौन सी पार्टी लड़ेगी। बता दें (बीएसपी) चीफ मायावती और समाजवादी पार्टी (एसपी) चीफ अखिलेश यादव ने गुरुवार को फैसला किया कि सपा 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि बीएसपी 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अब सीटों के लेकर दोनों पार्टियों के बीच फाइनल बंटवारा हो गया है। यह भी तय हो गया है किस सीट से कौन पार्टी चुनाव लड़ेगी।
इसी साल जनवरी महीने में लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन का ऐलान किया था। इस दौरान दोनों पार्टियों ने ऐलान करते हुए कहा था कि दोनों दल 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। रायबरेली और अमेठी की सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी गई थी।
अब सीटों की पहचान कर ली गई है कि कौन कौन सी सीटों पर एसपी और कौन-कौन सी सीटों पर बीएसपी अपने उम्मीदवार उतारेगी। एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती द्वारा हस्ताक्षरित एक आधिकारिक बयान में 80 लोकसभा सीटों में से 37 सीटें एसपी को जबकि 38 सीटें बीएसपी को दी गई हैं।
एसपी के कोटे में आई 37 सीटों में कैराना, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, मैनपुरी, फिरोजाबाद, बदायूं, बरेली, लखनऊ, इटावा, इलाहाबाद, कौशाम्बी, फूलपुर, फैजाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी और मिर्जापुर शामिल हैं। बीएसपी जिन सीटों पर चुनाव लडे़गी, उनमें सहारनपुर, बिजनौर, अलीगढ़, आगरा, फतेहपुर सीकरी, सीतापुर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, बस्ती, जौनपुर, भदोही और देवरिया शामिल हैं।
Bahujan Samaj Party (BSP) chief Mayawati & Samajwadi Party (SP) chief Akhilesh Yadav have decided that SP will contest on 37 seats while BSP will fight on 38 seats in the upcoming Lok Sabha elections 2019. pic.twitter.com/k2Gee6iFyy
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 21, 2019
एसपी और बीएसपी ने लोकसभा चुनावों के लिए तय कर लिया है कि कौन-कौन सी सीटों पर उन्हें लड़ना है। दोनों ही दलों ने 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ना तय किया था।
इन फॉर्म्युलों पर हुआ सीटों का बंटवारा
एसपी-बीएसपी के बीच हुए इस बंटवारे में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर बीएसपी का दबदबा बरकरार है। बता दें कि यूपी की 80 में से कुल 17 सीटें ऐसी हैं, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इनमें से बीएसपी के हिस्से में 10 तो एसपी के हिस्से में सात सीटें आईं हैं। इसके अलावा 2014 में जिन पांच लोकसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी, वे भी एसपी के ही हिस्से में ही आई हैं।
प्रदेश की तीन सीटों कैराना, गोरखपुर और फूलपुर पर उपचुनाव में भी गठबंधन को जीत मिली थी। कैराना में समाजवादी पार्टी के टिकट पर आरएलडी की कैंडिडेट लड़ी थीं। वहीं, गोरखपुर में निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद एसपी के टिकट पर चुनाव में उतरे थे। इन तीनों सीटों पर भी समाजवादी पार्टी का दावा बरकरार है।
हाई प्रोफाइल सीटों का यूं हुआ बंटवारा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से उनको चुनौती देने के लिए एसपी कैंडिडेट उतरेगा। वहीं, राजधानी लखनऊ, योगी आदित्यनाथ का गढ़ गोरखपुर, उद्योग नगरी कानपुर, इलाहाबाद, फैजाबाद और गाजियाबाद जैसी चर्चित सीटों पर भी एसपी चुनाव लड़ेगी। वहीं, दलित आंदोलन का केंद्र रहे सहारनपुर की सीट बीएसपी के हिस्से में आई है। आगरा, मेरठ, गाजीपुर, बुलंदशहर और सुलतानपुर से बीएसपी कैंडिडेट मैदान में उतरेगी।
कुछ यूं बंटी हैं उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटें: