कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राफेल युद्धक विमान सौदे में समानांतर वार्ता करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को सर्वप्रथम प्रधानमंत्री पर जांच करानी चाहिए। राफेल युद्धक विमान सौदे में कल सुप्रीम कोर्ट में हुए घटनाक्रम के मद्देनजर की गई एक प्रेसवार्ता में राहुल ने कहा कि सरकार चाहे तो रक्षा मंत्रालय से दस्तावेज चोरी होने की जांच कराए, लेकिन पहले सौदे में हुए भ्रष्टाचार पर जांच होनी चाहिए। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने रक्षा मंत्रालय से दस्तावेजों के चोरी होने का सुप्रीम कोर्ट में दावा किया है। इसका अर्थ है कि उन दस्तावेजों को सरकार प्रमाणित मान रही है। यह प्रमाण दर्शाते हैं कि राफेल सौदे में प्रधानमंत्री कार्यालय समानांतर वार्ता कर रहा था।
इसी मामले में मायावती ने भी मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किया है., उन्होंने ट्वीट कर कहा-केन्द्र ने सुप्रीम कोर्ट में अत्यन्त चैंकाने वाला रहस्योदघाटन किया कि राफेल विमान खरीद से स्म्बंधित अहम व गुप्त दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गये हैं। सत्यानाश! मोदी सरकार द्वारा देश की यह कैसी चैकीदारी? क्या देशहित व देश की सुरक्षा वाकई मजबूत हांथों में है? सोचना पड़ेगा।
केन्द्र ने सुप्रीम कोर्ट में अत्यन्त चैंकाने वाला रहस्योदघाटन किया कि राफेल विमान खरीद से स्म्बंधित अहम व गुप्त दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गये हैं। सत्यानाश! मोदी सरकार द्वारा देश की यह कैसी चैकीदारी? क्या देशहित व देश की सुरक्षा वाकई मजबूत हांथों में है? सोचना पड़ेगा।
— Mayawati (@Mayawati) March 7, 2019
गौरतलब है कि बीते दिनों ही मायावती ने ट्विटर पर एंट्री की है, जिसके बाद से ही वह लगातार हर मुद्दे पर ट्वीट करती हैं. मायावती के निशाने पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य की योगी आदित्यनाथ की सरकार रहती है.
आपको बता दें कि मायावती से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गुरुवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को घेरा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा आरोप लगाया.
दरअसल, केंद्र सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में इस बात की पुष्टि की है कि राफेल से जुड़ा जो खुलासा एक अंग्रेजी अखबार ने किया है वह चोरी के कागजों से है. अटॉर्नी जनरल ने कोर्ट को बताया कि रक्षा मंत्रालय से राफेल डील से जुड़े कुछ जरूरी कागज चोरी हुए थे, इसलिए अखबार पर कार्रवाई की जानी चाहिए.