लखनऊ: विवेक तिवारी हत्याकांड में सियासत गरमा गई है। इस मुद्दे की जांच एसआईटी के हवाले है। लेकिन विपक्षी दल योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर है। यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि इस घटना से साफ है कि यूपी में अब कानून व्यवस्था का राज नहीं है। उत्तर प्रदेश में कानून का राज बेपटरी हो चुका है। उन्होंने कहा कि आप बीजेपी के नेताओं के वादों पर गौर करें तो ये साफ पता चल जाएगा कि उनकी कथनी और करनी में कितना अंतर है।
मायावती ने कहा
राजधानी की सड़क पर एप्पल कंपनी में तैनात रहे विवेक तिवारी की हत्या हो जाती है। लेकिन योगी सरकार की बेलगाम पुलिस शुरुआत में विवेका तिवारी और सना पर ओछे आरोप लगाती है। लेकिन सच्चाई आखिर छिपती कहां है। पुलिस के बड़े अधिकारियों ने विवेक के गुनहगारों को बचाने की भरपूर कोशिश कर रही है। बेहतर ये होगा कि इस मामले की जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी से कराई जाए ताकि सच सामने आ सके।
#WATCH BSP Chief Mayawati says, "Aisa lag raha hai ki Uttar Pradesh mein kanoon vyavastha poori tarah dhawast ho chuki hai.", on #VivekTiwari death case pic.twitter.com/NQOgOMttZF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 1, 2018
मायावती ने कहा कि अगर वो यूपी की सीएम होती तो सबसे पहले दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करती है और उसके बाद पीड़ित परिवार से मिलतीं। कम से कम मैं वो काम नहीं करती जो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं।
If I were the Chief Minister, I would have first taken action against the involved cops, and only then met the victim family. Not the other way round like the CM did: BSP Chief Mayawati on Vivek Tiwari case pic.twitter.com/hRNKdkhZ76
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 1, 2018
इस संबंध में पीड़ित परिजनों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलीं। सीएम से मिलने के बाद विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना ने कहा कि उन्हें यूपी सरकार पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि सीएम साहब ने निष्पक्ष जांच के भरोसे के साथ हर संभव मदद देने की पेशकश की। बता दें कि शुक्रवार की रात को लखनऊ में यूपी पुलिस के एक कॉन्सटेबल प्रशांत चौधरी ने एप्पल कंपनी में एरिया सेल्स मैनेजर के पद पर तैनात रहे विवेक तिवारी की हत्या कर दी थी।
‘मामले को दबाने की कोशिश कर रही सरकार’
मीडिया के सामने बीएसपी के पीड़ित परिवार के साथ होने की बात करते हुए मायावती ने कहा, ‘देखने को मिला है कि प्रदेश में ब्राह्मणों का शोषण हो रहा है और सरकार केवल लीपापोती कर रही है। प्रदेश में भय का एक माहौल है और सरकार मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।’ उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। राजधानी का यह हाल है तो प्रदेश का अंदाजा लगाया ही जा सकता है। सरकार अपने मंत्रियों को भेज रही है और केवल आश्वासन दे रही है।’
‘मामले की पैरवी करने को भी तैयार सतीश चंद्र मिश्रा’
मायावती ने हत्या मामले में जल्द कार्रवाई करने की अपील करते हुए कहा, ‘मेरा सरकार से कहना है कि अगर उनका कुछ हाथ नहीं है तो उन्हें बिना देरी किए ही इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवानी चाहिए। जरूरी है कि अफसर से लेकर अधिकारियों तक सबके खिलाफ कार्रवाई हो।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा को भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए कहा और पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाने के निर्देश दिए हैं।’
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा, ‘घटना दुखद है और सतीश मिश्र एक वकील होने के नाते खुद मामले की पैरवी करने को भी तैयार हैं। मैंने उन्हें निर्देश दिए हैं कि परिवार चाहे तो मामले की मुफ्त पैरवी करते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए। सरकार को दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन सरकार इसे लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है।’
विवेक के परिजनों से मिले सतीश चंद्र मिश्रा
इस बीच बीएसपी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने विवेक के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि विवेक के परिजनों को सरकार की ओर से दिए गए मुआवजे को बढ़ाया जाना चाहि और यदि एसआईटी जांच सही नहीं हुई तो कोर्ट की मदद ली जा सकती है। सतीश मिश्रा ने कहा, ‘हमारी मांग है कि एसआईटी जांच रिटायर्ड जज की निगरानी में हो। पीड़ित परिवार सदमे में है इसलिए उसे हर संभव मदद मिलनी चाहिए।’
केजरीवाल ने बताया था, ‘हिंदू की हत्या’
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को विवेक तिवारी मर्डर को सांप्रदायिक ऐंगल दे दिया। उन्होंने इस मर्डर को एक ‘हिंदू की हत्या’ बता दिया। केजरीवाल ने रविवार को ट्वीट कर सवाल किया था कि विवेक तिवारी हिंदू थे तो फिर उन्हें क्यों मार दिया। केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने एक हिंदू के हितों की रक्षा नहीं की। इसके बाद केजरीवाल ने मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी से फोन पर बात भी की।
उधर, केजरीवाल के इस हत्याकांड को ‘हिंदू की हत्या’ बताने के बाद बीजेपी ने भी पलटवार किया था। दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट कर कहा कि केजरीवाल घटिया राजनीति न करें। दिल्ली बीजेपी चीफ मनोज तिवारी ने भी केजरीवाल पर हमला बोला और कहा कि विवेक तिवारी की हत्या हुई है और कसूरवार को सजा मिलेगी। हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं।