यूपी में कांग्रेस को घुटनों के बल चलायेगी मायावती

योगेश श्रीवास्तव
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी के नेतृत्व वाली जनता कांग्रेस से समझौता करके उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सामने अपनी शर्तो पर महागठबंधन में शामिल होने का सकेंत दे दिया है। उत्तर प्रदेश में संभावित महागठबंधन में कांग्रेस अपनी शर्तो के साथ शामिल होना चाहती है। इस बावत उसने साफ किया है कि राष्टï्रीय पार्टी होने के नाते वह इस महागठबंधन में प्रमुख भूमिका में रहेगी, लेकिन बसपा नेतृत्व को कांग्रेस समेत किसी दल की ऐसी शर्त मंजूर नहीं है।

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बसपा की प्रमुख मायावती ने चार दिन पहले ही एक प्रेसकांफ्रेंस में स्पष्टï कर दिया है कि स मानजनक तरीके से समझौता हुआ तो ही वे महागठबंधन में शामिल होगी,वरना अकेले ही चुनाव लड़ेगी। इसी तरह की बात कांग्रेस भी कह चुकी है कि वह राष्टï्रीय पार्टी होने के नाते महागठबंधन में शामिल होने के लिये क्षेत्रीय दलों की कोई ऐसी शर्त नहीं मानेगी जिससे पार्टी और कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरे। महागठबंधन को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुरू से सबसे ज्यादा डिफे ंसिव दिख रहे है। वे इस महागठबंधन को बचाने के लिए कोई भी कुर्बानी करने को तैयार है,लेकिन मायावती के इन तेवरों से फिलवक्त कांग्रेस बेपरवाह है। यूपी में सपा-बसपा और कांग्रेस यदि मिलते है तो कोई नया अजूबा नहीं होने होगा। बसपा इससे पहले सपा के साथ भी लड़ी और बाद में सरकार भी बनाई, तो १९९६ के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था। उस समय बसपा तीन सौ और कांग्रेस १२५ सीटों पर चुनाव लड़ी थी।

 

(उत्तराखंड के गठन से पहले यूपी विधानसभा सदस्यों की सं या ४२५ हुआ करती थी) बदले राजनीतिक परिवेश में अभी तक तीनों दलों के एक साथ आने की संभावनाओं को बल मिल रहा है,लेकिन गुरूवार को हुए एक घटनाक्रम के चलते इस तरह की संभवनाओं पर पानी फिरता दिख रहा है। बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी में बनने वाले महागठबंधन से बेपरवाह होकर छत्तीसगढ़ में अजित जोगी के नेतृत्व वाली कांग्रेस से समझौता करके यूपी में कांग्रेस को संकेंत दे दिया है कि यदि यूपी में उसे महागठबंधन में शामिल होना है तो उसे बसपा की शर्तो पर महागठबंधन में शामिल होना पड़ेगा,वरना उसने अकेले दम पर चुनाव लडऩे का विकल्प छोड़ रखा है।

 

छत्तीसगढ़ की नब्बे सदस्यीय विधानसभा में बसपा ने ३५ सीटों और जनता कांग्रेस ने ५५ सीटों पर चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है। दोनों दलों के नेताओं मायावती और अजीत जोगी के हस्ताक्षर से जारी संयुक्त वक्तव्य में अजीत जोगी को ही वहां मु यमंत्री का पद का उ मीदवार भी घोषित कर दिया गया है। अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के पहले और कांग्रेसी मु यमंत्री रह चुके है। कांग्रेस से बगावत करने के बाद उन्होंने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का गठन किया गया था।

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