
- अधीर सक्सेना को दोबारा मिली भाजपा के महानगर अध्यक्ष की कुर्सी
- सधी हुई रणनीति से दफन हो गईं भारी भरकम विरोध की आवाजें
- हुई सुगबुगाहट – जिनके पैनल में नहीं थे यह नाम, क्या होगा उनका हाल
बरेली। पहली खबर तो यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने अधीर सक्सेना को दोबारा अपना महानगर अध्यक्ष चुन लिया है, घोषित कर दिया है। अंदर की खबर यह है कि शहरी राजनीति में भाजपा के एक नए युग का आगाज हो गया है – जिसे आप गौतम युग कह सकते हैं। मेयर असली किंगमेकर साबित हुए हैं। बड़े बड़ों के भारी भरकम विरोध की आवाजों के बीच भी वह बेहद कामयाबी के साथ अपनी पहली पसंद अधीर को महानगर अध्यक्ष बनवाने में कामयाब हो गए हैं। स्मार्ट सिटी आडिटोरियम में आज इसका ऐलान कर दिया गया।
तमाम तरह के सस्पेंस के बीच आज दोपहर भाजपा के अध्यक्षों के नामों की घोषणा की गई। बहुप्रतिक्षित महानगर अध्यक्ष की कुर्सी पर अधीर सक्सेना दोबारा बैठने में कामयाब हो गए। हालांकि दैनिक भास्कर ने कल ही पार्टी के इस फैसले की पुष्टि कर दी थी। लम्बे समय से शहरी इलाके की भाजपा में एक खींचतान चल रही थी। इसके एक सिरे पर मेयर डा. उमेश गौतम थे और दूसरे सिरे पर कुछ भारी भरकम हस्तियां, जो नहीं चाहती थीं कि अधीर दोबारा अध्यक्ष बनें। विरोध हुआ, तीखा हुआ।
महानगर के दो विधायक भी अपने अपने पैनल में पलटा मार गए –
ऐसी खबरें भी हवा में उड़ीं। कई नाम हवा में उछले। यह भी माना गया कि जब नापसंदगी का बजन इतना ज्यादा है तब अधीर शायद रिपीट ना हो सकें लेकिन किंगमेकर डा. उमेश गौतम की रणनीति कामयाब हो गई। उन्होंने एक कदम आगे दो कदम पीछे की चाल से अधीर सक्सेना के विरोध को कमजोर कराया। ऊपर तक अपनी पैठ की बदौलत लखनऊ दिल्ली के मोहरे सेट किए और परिणाम आज देखने को मिल गया।
विद्यार्थी परिषद की बैकग्राउंड से आने वाले अधीर सक्सेना का लम्बा कार्यकाल भाजपा के साथ का रहा है। उनके संगठनात्मक कामों की मैरिट भी उनके काम आई। अधीर सक्सेना की ताजपोशी से साफ हो गया कि अब बरेली की शहरी राजनीति में मेयर डा. उमेश गौतम ही असली बादशाह हैं। एक वक्त में बरेली में भाजपा की राजनीति को राजेश अग्रवाल, संतोष गंगवार और राजवीर सिंह के नामों से जाना जाता था। अब यह वक्त बदल चुका है।
आदेश प्रताप सिंह रिपीट, सोमपाल शर्मा को बरेली जिले की कमान
बरेली। स्मार्ट सिटी आडिटोरियम में आंवला जिले के लिए आदेश प्रताप सिंह को अध्यक्ष घोषित किया गया। इसके अलावा बरेली जिले के लिए सोमपाल शर्मा को अध्यक्ष बनाया गया है, इससे पहले पवन शर्मा यहां पर अध्यक्ष थे। आदेश प्रताप सिंह लम्बे वक्त से भाजपा की राजनीति में सक्रिय हैं तथा वर्तमान में आंवला से जिलाध्यक्ष का पद संभाल रहे थे। उनको लेकर किसी भी प्रकार का कोई विरोध नहीं था। पार्टी के लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं ने उनके पक्ष में फैसला किया। बरेली में परिवर्तन होना था। यहां सांसद छत्रपाल सिंह के करीबी पवन शर्मा को बदल दिया गया है, हालांकि उनके स्थान पर सोमपाल शर्मा को अध्यक्ष बनाया गया है। मीरगंज के रहने वाले सोमपाल शर्मा पूर्व जिलाध्यक्ष पवन शर्मा का बेहद करीबी माना जाता है।
कार्यक्रम में यह रहे मौजूद –
स्मार्ट सिटी आडिटोरियम में हुए कार्यक्रम में मेयर डा. उमेश गौतम, विधायक संजीव अग्रवाल, मंत्री डा. अरुण कुमार, महानगर प्रभारी सीडा के चैयरमेन वाईपी सिंह, पर्यवेक्षक मंत्री नरेन्द्र कश्यप, बरेली के प्रभारी विधायक ज्ञान तिवारी, आंवला के प्रभारी विधायक राम चन्द्र कुशवाहा, गन्ना मंत्री संजय गंगवार, फरीदपुर विधायक प्रोफेसर श्यमा बिहारी लाल, विधायक डा. राघवेन्द्र शर्मा, सांसद छत्रपाल गंगवार, पूर्व सांसद धर्मेन्द्र कश्यप, विधायक डा. डीसी वर्मा, डा. एमपी आर्या, एमएलसी महाराज सिंह, बहोरन लाल मौर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रश्मि पटेल, रविन्द्र राठौर, दीपक सोनकर, डा. हरिशंकर गंगवार समेत बड़ी संख्या में भाजपा के प्रमुख नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
दैनिक भास्कर की खबर पर लगी मोहर –

दैनिक भास्कर ने अपने रविवार के अंक में ही प्रकाशित कर दिया था कि भाजपा में अध्यक्ष कौन बनेगा। भाजपा में महानगर अध्यक्ष के पद पर अधीर सक्सेना, आंवला का अध्यक्ष आदेश प्रताप सिंह को घोषित किया गया। दैनिक भास्कर की खबर में साफ तौर पर लिखा गया था कि बरेली के जिलाध्यक्ष के रूप में राजकुमार शर्मा या सोमपाल शर्मा में से किसी एक नाम को फाइनल किया जायेगा। पार्टी ने सोमपाल शर्मा के नाम पर अपनी मोहर लगा दी है।