मेरठ। यूपी के मेरठ एक नए मामले ने लोगो के गोष ुउड़ा दिए, जब एक महिला वकील ने नशे में धुत थाने में हंगामा शुरू कर दिया। बताते चले दरोगा पिटाई मामले से सुर्खियों में आई महिला वकील ने बुधवार शाम फिर से बवाल खड़ा कर दिया है। शराब के नशे में धुत महिला वकील ने कचहरी से बाउंड्री रोड तक अपनी गाड़ी तेज रफ्तार से दौड़ा दी। इस दौरान महिला ने कई गाड़ियों में टक्कर मारी। जिसमें कई लोग घायल हो गए है। पुलिस ने महिला को पकड़ा तो उसने थाने में जमकर हंगामा किया और इंस्पेक्टर से अभद्रता भाषा का प्रयोग किया। हंगामे के बाद पुलिस ने महिला वकील को गिरफ्तार कर लिया और उसका मेडिकल परीक्षण कराया। जांच में प्रथम दृष्टया उसके शराब पीने की पुष्टि हुई है।
दरोगा पिटाई मामले से आई थी चर्चा में
बताते चलें कि महिला एडवोकेट दीप्ती चौधरी और दरोगा सुखपाल सिंह के मारपीट के मामले में पुलिस ने पिछले दिनों भाजपा पार्षद मनीष चौधरी को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। इस मामले के बाद महिला वकील चर्चा में बनी है। पुलिस पर पार्षद मामले में एक तरफा कार्रवाई किये जाने के आरोप लग रहे हैं। पार्षद डकैती का केस दर्ज किया गया है उसे लेकर अधिक विरोध हो रहा है।
कचहरी से वापस लौटते समय मारी टक्कर महिला
वकील बुधवार की शाम कचहरी से वापस घर जा रही थी। आरोप है कि इसी दौरान उसने शराब के नशे में अपनी कार तेज स्पीड से चलाते हुए एक कार और दो बाइकों में टक्कर मार दी। लोगों ने उसे मौके पर पकड़ कर थाना लालकुर्ती पुलिस को सौंप दिया। आरोप है कि थाने में महिला पुलिस कर्मियों से भी उलझ गई। थाने में मौजूद लेडिज पुलिस कर्मियों ने किसी तरह उसे काबू में किया
इंस्पेक्टर से कहा तुम्हारे तीनों स्टार मेरे कंधे पर होने चाहिए
थाने में भी महिला ने जमकर बवाल काटा। इंस्पेक्टर ने उससे बात करने का प्रयास किया तो उसने इंस्पेक्टर के साथ ही अभद्रता कर दी। महिला वकील ने इंस्पेक्टर देवेश कुमार शर्मा को भाजपा दलाल और गुर्गा तक बता दिया। कहा कि वह भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। इंस्पेक्टरर से यह भी कहा कि उसके जो तीन स्टार हैं वह उसके नहीं मेरे कंधे पर होने चाहिए। बाद में पुलिस ने किसी प्रकार महिला को काबू में करते हुए मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा, वहां भी उसने हंगामा किया और पुलिस के साथ जाने से इंकार कर दिया।
देर रात महिला वकील के खिलाफ थाना लालकुर्ती में दो केस दर्ज हुए। एक केस कार मालिक बृजेश चौधरी की ओर से दर्ज कराया गया है जबकि दूसरा केस इंस्पेक्टर लालकुर्ती की ओर से दर्ज कराया गया है। एसपी सिटी रणविजय सिंह का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। वहीं दूसरी ओर महिला अपने आपको निर्दोष बता रही। उसका कहना था कि उसने किसी को टक्कर नहीं मारी। उसकी कार को पार्षद के इशारे पर टक्कर मारी गई। महिला ने कहा कि पार्षद को जेल भिजवाने के बाद से उसकी जान को खतरा है। वह एसएसपी से भी मिली थी। हालांकि जिला अस्पताल में मेडिकल जांच में प्रथम दृष्टया महिला द्वारा शराब पीने की पुष्टि हुई है। जांच के लिए उसका ब्लड सैंपल ले लिया गया है। जिसके बाद पुष्टि होगी कि उसने कितनी शराब पी रखी है।