
जम्मू। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने आज नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फ़ारूक अब्दुल्ला के उस बयान की आलोचना की है, जिसमें उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में कश्मीरियों के शामिल होने का संकेत दिया था। महबूबा मुफ्ती ने इस बयान को “बेहद परेशान करने वाला और खेदजनक” बताया।
एक्स (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से महबूबा मुफ्ती ने कहा कि फ़ारूक अब्दुल्ला जैसे वरिष्ठ नेता और कश्मीरी के तौर पर उनके बयान से विभाजनकारी बयानों को बढ़ावा मिलने का जोखिम है। उन्होंने कहा कि इससे कुछ मीडिया चैनलों को कश्मीरियों और मुसलमानों को और भी ज़्यादा बदनाम करने का मौका मिल सकता है। महबूबा ने आगे कहा कि यह बयान न केवल भ्रामक है बल्कि ऐसे समय में घातक भी है जब जम्मू-कश्मीर के छात्र और व्यापारी पहले से ही अत्यधिक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और हमलों का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे हिमांशी नरवाल से प्रेरणा लें, जिन्होंने अपने पति, भारतीय सेना के मेजर विकास नरवाल की शहादत के बावजूद भारतीयों से कश्मीरियों या मुसलमानों को दोष न देने और निशाना न बनाने का आग्रह किया था। महबूबा मुफ्ती ने ज़ोर देकर कहा कि इस मुश्किल समय में एकता और समझदारी बनाए रखना ज़रूरी है।