श्रीनगर. आतंकियों ने बुधवार से गुरुवार रात के बीच कश्मीर के अलग-अलग इलाकों से पुलिसकर्मियों के नौ परिजन को अगवा कर लिया। बताया जा रहा है कि आतंकी इन लोगों को उनके घर से उठाकर ले गए। सुरक्षा एजेंसियां इसे हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी सैयद सलाहुद्दीन के बेटे सैयद शकील अहमद की गिरफ्तारी से जोड़कर देख रही है।
आतंकी अभी तक घाटी में पुलिकर्मियों पर हमला कर रहे थे। दो दिन के दरमियान एक साथ नौ परिजन को अगवा करने का यह पहला मामला माना जा रहा है। बुधवार को त्राल से एक पुलिसकर्मी के बेटे और गंदेरबल से एक पुलिस जवान के परिवार के सदस्य को अगवा किया गया था। बताया जा रहा है कि गंदेरबल से अगवा व्यक्ति को आतंकियों ने बुरी तरह मारपीट कर छोड़ दिया। इसके बाद गुरुवार रात पुलिसकर्मियों के सात परिजन को शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग, त्राल और अवंतिपोरा से अगवा किया गया। इनमें एक डीएसपी का भाई भी शामिल है। इससे पहले दिसंबर 2017 में आतंकियों ने बांदीपोरा में एक पुलिस कांस्टेबल के भाई को अगवा कर लिया था।
इन्हें अगवा किया गया :
जुबैर अहमद बट, आरिफ अहमद शंकर, फैजान अहमद मकरू, समर अहमद राठेर, गौहर अहमद मलिक, यासिर अहमद बट, नासिर अहमद, शब्बीर अहमद जरगर, आसिफ अहमद राठेर।
सलाहुद्दीन के बेटे के पास से अहम दस्तावेज जब्त :
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टेरर फंडिंग मामले में गुरुवार को सैयद शकील अहमद को श्रीनगर के रामबाग स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया था। यहां से कई अहम दस्तावेज भी जब्त किए गए। एनआईए ने सलाउद्दीन के बड़े बेटे सैयद शाहिद को टेरर फंडिंग केस में ही पिछले साल गिरफ्तार किया था। वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। टेरर फंडिंग मामले में एनआईए अब तक छह लोगों के खिलाफ दो आरोप-पत्र दाखिल कर चुकी है। इनमें हुर्रियत कॉन्फ्रेंस प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी का करीबी जीएम भट, मोहम्मद सिद्दीक गनी, गुलाम जिलानी आैर फारूक अहमद शामिल है।
अगवा पुलिसकर्मी के बेटे का सुराग नहीं
श्रीनगर। पुलवामा जिले के त्राल से बुधवार को अगवा किए गए पुलिसकर्मी के बेटे का फिलहाल सुराग नहीं लग पाया है। सुरक्षा बलों की ओर से सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है।