ईद से पहले अचानक ठंडे पड़े मोबाइल मार्केट में दो गुना बिक्री हुई है। पिछले चार दिनों में मोबाइल की ब्रिक्री से कंपनियों के अलावा दुकानदारों की भी बल्ले बल्ले हुई है। अप्रैल माह में पूरे प्रदेश में यूपी में एक हजार करोड़ रुपये के मोबाइल फोन की बिक्री की गई है।
लखनऊ, कानपुर, आगरा के बाद प्रदेश में मोबाइल फोन की खरीददारी में मेरठ चौथे नंबर पर रहा। इनमें 50 करोड़ रुपये के मोबाइल ऑन लाइन बिक्री हुए। यानी 950 करोड़ रुपये के मोबाइल दुकानों से खरीदे गए, 50 करोड़ के ऑनलाइन खरीदे गए।
कोरोनाकाल बाद बाजार ने की एंट्री
ऑल इंडिया मोबाइल रिटेल एसोसिएशन के जोनल वाइस प्रेसीडेंट राजबीर सिंह का कहना है की मार्च 2020 में कोरोना की शुरूआत हुई थी। उसके बाद लॉकडाउन लगा। ऑन लाइन क्लासेज शुरू हई तो समार्ट फोन की डिमांड बढ़ी। लेकिन बच्चों व छात्रों या ऑन लाइन क्लॉस के लिए 10 हजार रुपये से लेकर 15 हजार कीमत तक के अलग अलग कंपनियों के मोबाइल ही बिके।
ईद को लेकर मोबाइल के मार्केट में दो गुना बिक्री
2021 में अक्टूबर व नवंबर माह में दस दिन के लिए दीपावली के समय अचानक से मोबाइलों की बिक्री बढ़ी। नए साल की बात करें तो जनवरी माह के पहले दिन सबसे ज्यादा मोबाइल बिकते हैं। लेकिन पिछले चार दिनों में अचानक से ईद को लेकर मोबाइल के मार्केट में दो गुना बिक्री पहुंच गई।
प्रदेश में मोबाइल बिक्री की इतनी हैं दुकानें
ऑल इंडिया मोबाइल रिटेल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष नीरज जोहर के अनुसार, यूपी में मोबाइल फोन की 24000 दुकाने हैं। लखनऊ मोबाइल बिक्री में पहले नंबर रहा है, दूसरे स्थान पर कानपुर है। तीसरे नंबर पर आगरा है। लखनऊ कानपुर व आगरा के बाद मेरठ में मोबाइल फोन की अधिक बिक्री रही। अप्रैल माह में 8 लाख मोबाइल फोन की बिक्री हुई है। जिनकी कीमत एक हजार करोड़ रुपये है।
मेरठ में जानिये बिक्री का हाल
ईद से पहले अचानक मेरठ में मोबाइल फोन की बिक्री भी अधिक हुई है। मेरठ में 27 अप्रैल से लेकर 1 मई तक 10 करोड़ रुपये के मोबाइल बिके हैं। सबसे ज्यादा मोबाइल फोन 30 हजार से लेकर 42 हजार रुपये की कॉस्ट के बेचे गए हैं। मुस्लिम लोगों ने पिछले पांच दिन में ज्यादा मोबाइल खरीदे हैं। एक से डेढ़ लाख रुपये कीमत के मोबाइल फोन 1 प्रतिशत ग्राहकों द्वारा खरीदे गए हैं।