BJP राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय के मामले में PM मोदी ने नाराजगी जाहिर की है. रतीय जनता पार्टी के बैटमार विधायक आकाश विजयवर्गीय का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा है कि वह चाहे किसी का भी बेटा क्यों न हो, उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए. भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने बताया, ‘प्रधानमंत्री बहुत नाराज थे. उन्होंने कहा कि बदसलूकी करने, पार्टी को बदनाम करने या सार्वजनिक रूप से अहंकार दिखाने का हक किसी के पास नहीं है. उन्होंने कड़े शब्दों में यह बात कही. साथ ही कहा कि ऐसी हरकतें स्वीकार नहीं है.’
दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक में बिना नाम लिए पीएम मोदी ने कहा,
‘किसी का भी बेटा हो, उसकी ये हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जिन लोगों ने स्वागत किया है, उन्हें पार्टी में रहना का हक नहीं है. सभी को पार्टी से निकाल देना चाहिए.’
मिली जानकारी के मुताबिक बताते चले PM मोदी ने कहा कि चाहे किसी का बेटा हो, उसे पार्टी से निकाल देना चाहिए. इसके साथ ही सूत्रों ने बताया कि उन्होंने ने यह भी कहा है कि जिन लोगो ने उनके जेल से बाहर आने के बाद स्वागत किया है, उन्हें भी पार्टी में रहने का कोई अधिकार नहीं है उन्हें भी बाहर कर देना चाहिए. बता दें, कैलाश विजयवर्गीय ने अधिकारी को बैट से पीटने के मामले में अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय का बचाव किया था. उन्होंने कहा कि वह अभी ‘कच्चा खिलाड़ी’ है. साथ ही उन्होंने कहा था कि यह बड़ा मामला था नहीं, इसे बड़ा बनाया गया है.
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था ‘मुझे लगता है कि अधिकारियों को अहंकारी नहीं होना चाहिए. उन्हें जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए. मैंने इसकी कमी देखी है. दोनों को समझना चाहिए, ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो.’
क्या था मामला
इंदौर में नगर निगम का दल गंजी कंपाउंड क्षेत्र में एक जर्जर मकान को गिराने पहुंचा था. इसकी सूचना मिलने पर विधायक आकाश विजयवर्गीय मौके पर पहुंचे, जहां उनकी नगर निगम के कर्मचारियों से बहस हो गई. तभी आकाश विजयवर्गीय क्रिकेट का बल्ला लेकर नगर निगम के अधिकारियों से भिड़ गए. विजयवर्गीय ने बल्ले से अफसरों की पिटाई भी की. इसके मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और जेल भी जाना पड़ा. हालांकि रविवार को आकाश जमानत पर रिहा हुए हैं.