लिंक्डइन पर मोदी – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विपक्ष चाहे जितनी उंगली उठा ले, मगर इस सच्चाई को झुठलाया नहीं जा सकता है कि वो देश के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्रियों में से एक हैं और देश ही नहीं विदेश में भी अपनी और अपने देश की मज़बूत छवि पेश की है.
मोदी राजीव गांधी के बाद पहले ऐसे पीएम हुए हैं जो तकनीक को बहुत बढ़ावा देते हैं, इतना ही नहीं वो खुद भी सोशल मीडिया पर खासे एक्टिव रहते हैं. यही वजह है कि फेसबुक और ट्विटर पर उनके पोस्ट खूब वायरल होते हैं, और अब फेसबुक और ट्वीटर के बाद मोदी एक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धूम मचा रहे हैं.
प्रोफेशनल्स के बीच लोकप्रिया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर मोदी छा गए हैं.
लिंक्डइन के मुताबिक
पीएम मोदी और बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ऐसे टॉप के दो लोगों में शामिल हैं जिनके बारे में सबसे ज्यादा जानकारी को देखा गया. लिंक्डइन के पांचवें संस्करण ‘इंडियाज पावर प्रोफाइल 2018’ में बायोकॉन की चेयरमैन और प्रबंध निदेशक किरण मजूमदार शॉ, पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा, शियोमी इंडिया के प्रबंध निदेशक मनु कुमार जैन समेत अन्य लोग भी शामिल हैं.
लिंक्डइन की तरफ से साफ किया गया कि यह लिस्ट किसी भी प्रकार की रैंकिंग पर आधारित नहीं है, बल्कि यह ऐसे लोगों की लिस्ट है जिनका प्रोफाइल अन्य यूजर्स की तरफ से ज्यादा बार देखा गया. सालाना लिस्ट में उन लोगों के नाम हैं जिनके ‘प्रोफाइल’ को सबसे ज्यादा प्रोफेशनल्स ने देखा. इसे आठ कैटेगरी मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO), वित्त, लिंक्डइन इनफ्लुएंशर, इंटरनेट, मानव संसाधन, मार्केटिंग और विज्ञापन तथा हाल में पेश सामाजिक प्रभाव श्रेणी में रखा गया है.
लिंक्डइन ने 2017-18 के बीच देखी गई बैकग्राउंड के आधार पर टॉप 73 प्रोफेशनल्स की लिस्ट तैयार की है. ये प्रोफेशनल उद्योग विशेषज्ञ हैं, जो प्रभावशाली पेशेवर ब्रांड और जनमत को प्रभावित करने वाले नेता बने.
लिंक्डइन पर मोदी का इस लिस्ट में टॉप पर आना बताता है कि मोदी गरीब तबके और युवाओं के साथ ही प्रोफेशनल्स के बीच भी काफी लोकप्रिय हैं.
लिंक्डइन पर मोदी
खुद को तकनीक से जोड़कर नरेंद्र मोदी देश के युवाओं को कनेक्ट करना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि देश के साथ ही राजनीति का भविष्य भी ये युवा ही हैं. बदलते वक़्त के साथ जिस तरह से नरेंद्र मोदी ने खुद को ढाला है ये देश के लिए अच्छी बात है, मगर उम्मीद करनी चाहिए कि बाकी मोर्चों पर भी मोदी सरकार काम करें.