लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा का गुरूवार 23 अगस्त से शुरू होने वाला मानसून सत्र हंगामा भरा रहने के आसार हैं और इसके लिए विपक्ष ने अपनी कमर कस ली है।
विपक्ष ने इस सत्र में हापुड़ में गोरक्षकों द्वारा हत्या करने तथा देवरिया बालिका गृह कांड जैसे मुद्दों को जोरशोर से उठाने की रणनीति बना ली है। इसके अलावा अमेठी, प्रतापगढ़, सुलतानपुर एवं अन्य जिलों में रंगदारी वसूलने की घटनाओं को सदन में प्रमुखता से उठाया जाएगा।
विपक्ष की रणनीति के अनुसार
सोमवार को सदन में प्रदेश की कानून- व्यवस्था, गन्ना किसानों के बकाया और बालिका गृह की अनियमितताओं का मुद्दे जोरशोर से उठाया जाएगा।
सत्र के प्रथम दिन गुरुवार 23 अगस्त को सदन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजंलि देने के बाद स्थगित कर दिया जाएगा। अगले दिन 24 अगस्त को सदन की बैठक स्थगित रखी गई क्योंकि स्वर्गीय वाजपेयी की अस्थिया प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर लाई जाएगी। योगी आदित्यनाथ सरकार 27 अगस्त को करीब 40,000 करोड़ रूपये का पूरक बजट प्रस्ताव सदन के पटल पर रखेगी।
#UPCM श्री #YogiAdityanath आज विधानसभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित की अध्यक्षता में संपन्न विधानसभा सत्र के संबंध में आयोजित सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए। pic.twitter.com/KRqsJGxYzK
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 21, 2018
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने मंगलवार को विपक्षी पार्टी से सदन की कार्यवाही को शांतिपूर्वक चलाने में राज्य सरकार का सहयोग करने की अपील की है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं समाजवादी पार्टी के सदस्य राम गोविंद चौधरी ने आज यहां कहा कि विपक्ष सदन में जनता के मामलों को संगठित रूप से उठाएगा। श्री चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष से मानसून सत्र में सदन की बैठके बढ़ाने का अनुरोध किया ताकि विपक्ष को जनहित के मामलों को उठाने के लिए उचित समय मिल सके।
योगी ने कहा कि देश में उत्तर प्रदेश विधानसभा सबसे बड़ी है और सदस्यों का कर्तव्य बनता है कि सदन में जन कल्याण के मामलों पर होने वाली चर्चाओं में भाग लेवें तथा लोकतंत्र को मजबूत बनाए। उन्होंने कहा कि सरकार भी जनता की समस्याओं एवं सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दो को अच्छी तरीके से हल करना चाहाती है।