भास्कर समाचार सेवा
अलीगढ़। जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में शीर्ष प्राथमिकता वाले विकास कार्यों की समीक्षा बैठक जिला कलेक्ट्रेट के सभागार में संपन्न हुई। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि सरकार की छवि को धूमिल करने वाला कोई कार्य न करें। तेजी के साथ आवंटित लक्ष्यों को पूर्ण किया जाए। बैठक में वही आश्वासन दें जो पूर्ण किया जा सके। टालने वाले वायदे न किये जाएं। मासिक के बजाए साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने अधिकारियों को अपने तैनाती स्थल पर ही रात्रि निवास करने के लिए 07 दिन का समय देते हुए कहा कि ऐसा न होने पर मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना माना जाएगा और सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। बिना अनुमति के कोई भी अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगे। विभिन्न स्तरों से प्राप्त जन शिकायतों को संवेदनशीलता से निर्धारित समयावधि में निस्तारित किया जाए। मुख्यमंत्री का जन शिकायतों के निस्तारण पर विशेष जोर है। शिकायतकर्ता को समाधान से संतुष्ट किया जाए और यदि वह असंतुष्ट है तो उसका कारण स्पष्ट करें।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन द्वारा वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष अपने-अपने विभागों के लक्ष्यों की पूर्ति कराएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि हर घर दस्तक अभियान के तहत 16 से 31 जुलाई तक छूटे हुए बच्चों को कोविड वैक्सीन लगाई जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी दूसरी डोज तत्काल ले लें। सीएमओ ने बताया कि वर्तमान में 13 कोविड पॉजिटिव हैं जोकि सामान्य अवस्था में हैं और घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। डीएम ने निर्देश दिये कि सभी एडीओ पंचायत ग्रामों में नालियों की सफाई कराते हुए झाड़ियों की कटाई करा दें। एंटी लार्वा का छिड़काव अवश्य कराया जाए। उच्च स्तर पर तैयारी पूर्ण की जाएं ताकि डेंगू का प्रकोप न होने पाए।
जिला मलेरिया अधिकारी डा0 राहुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि 01 जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। जनपद में 104 संवेदनशील ग्राम हैं, ग्राम स्तर पर प्रधानों को नोडल अधिकारी नामित करते हुए साफ-सफाई कराने एवं जलभराव को दूर करने के निर्देश दिये गये हैं।
पीडब्लूडी विभाग की समीक्षा में प्रान्तीय खण्ड के 32 एवं निर्माण खण्ड के 12 कार्य प्रगति पर पाए गये। 32 कार्याे में मात्र 02 के पूर्ण होने पर डीएम ने असंतोष प्रकट करते हुए कहा कि 06 माह का समय निकल चुका है और बरसात का मौसम सिर पर है निर्धारित अवधि में कैसे कार्य पूर्ण होंगे। इसी प्रकार निर्माण खण्ड के 12 में से 02 ही कार्य पूर्ण पाए गये। डीएम ने 16 जून तक सभी कार्यों की भौतिक प्रगति का सम्पूर्ण विवरण, मौके के फोटोग्राफ के साथ की भौतिक एवं वित्तीय रिपोर्ट की बुकलेट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। डीएम ने पलवल-टप्पल-अलीगढ़ मार्ग पर यूटिलिटी शिफ्टिंग, यात्रीशेड निर्माण न करने एवं सभी विद्युत पोल की शिफ्टिंग के बिना एनएचएआई द्वारा हैण्डओवर करने पर कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए एक्सईएस पीडब्लूडी को नोटिस निर्गत करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिला वन अधिकारी ने बताया कि अमृत वन, वृक्षारोपण एवं गंगा ग्रामों में चल रहे विभिन्न कार्यों को भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। जनपद में 08 गंगा ग्राम चिन्हित किये गये हैं। वृक्षारोपण के लिए 86 हैक्टेयर भूमि को कवर किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि तत्काल वन विभाग को एनओसी उपलब्ध कराई जाए। डीएफओ ने बताया कि वृक्षारोपण के लिये सहजन, अमरूद, करोंदा, नींबू, शीशम समेत पर्याप्त मात्रा में औषधीय, फलदार एवं छायादार पौध उपलब्ध है। डीएम ने डीएफओ को ऑक्सीजन रोड विकसित करने के भी निर्देश दिये। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अवगत कराया कि जुलाई तक पाठ्य पुस्तकें प्राप्त होते ही उनका वितरण करा दिया जाएगा। उपायुक्त उद्योग ने बताया कि लाभार्थीपरक योजनाओं में लक्ष्य प्राप्त हो गये हैं। लक्ष्य के अनुरूप कार्ययोजना बनाकर पात्रों को लाभान्वित किया जाएगा। डीएम ने श्रम विभाग की समीक्षा में क्षेत्र का विस्तार कर निर्माणाधीन परियोजनाओं में श्रमिकों का पंजीकरण कराने के निर्देश दिये।
अपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने डीडीयू हास्पीटल को 200 से 300 शैय्या युक्त बनाये जाने एवं अतरौली के 100 शैय्या वाले चिकित्सालय निर्माण की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया कि किसी भी परियोजना का एस्टीमेट रिवाइज नहीं किया जाएगा। कार्यदायी संस्था समाज कल्याण निर्माण निगम को निर्देशित किया गया कि कलैक्ट्रेट नवीन भवन निर्माण में आई दरारों को 15 दिन में दुरूस्त करना सुनिश्चित करें।
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