इन दिनों चल रहे हनुमान बाबा पर सियासी बयान शुरू है अब कई नेता मंत्री हनुमान बाबा की जाती का अलग अलग भाखन कर चुके है. बता दे हनुमान जी की जाति को लेकर देश में तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद से हनुमान जी पर राजनीति भी तेज हो गई है।
मोरारी बापू ने हनुमान जी ने बताया वैज्ञानिक
इस बीच देश के प्रख्यात राम कथा वाचक मोरारी बापू ने हनुमान जी ने वैज्ञानिक बताया है। बापू का कहना है कि 21वीं सदी में हनुमान जी को एक वैज्ञानिक के रूप में याद करना चाहिए। समय के अनुरूप में हमें हनुमान जी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखना चाहिए। मुरारी बापू ने कहा, हमें कोशिश करना चाहिए की हम भगवान की प्रतिमा को गंदा न करें। श्रद्धाभाव अपनी जगह सही है, लेकिन उड़द, तेल, सिंदूर जैसी चीजे अत्याधिक मात्रा में चढ़ाने से प्रतिमा गंदी होती है। बापू ने कहा, पुरानी परंपराओं को भूलकर अब हमें हनुमान को नए तरीके से याद करना चाहिए। बापू ने इसी साल हनुमान जयंती पर एक धार्मिक आयोजन में कहा था कि युवाओं को हनुमान जी को केवल धार्मिक रूप में ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखना चाहिए। बापू ने हनुमान को वैज्ञानिक बताने के पीछे पांच वजहें गिनाई।
दलित संगठन के कारण हनुमान मंदिरों पर बढ़ी सुरक्षा
शहर के प्रमुख हनुमान मंदिरों में मंगलवार को पुलिस ने सुरक्षा व चौकसी बढ़ाई है। मंदिरों पर आने जाने वाले लोगों पर पुलिस की पैनी नजर है जिससे दर्शन पूजन को आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार के दलित संगठन से कोई समस्या ना होने पाए।
दलित उत्थान सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने पिछले दिनों हजरतगंज के दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर पर प्रदर्शन किया था। इसके बाद जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने मंगलवार व शनिवार को हनुमान मंदिरों की सुरक्षा किये जाने के आदेश दिए थे।
इस बाबत मंगलवार को सुबह से ही अलीगंज के हनुमान मंदिर, विश्वविद्यालय मार्ग स्थित हनुमान मंदिर और हजरतगंज के दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर पर पुलिस के जवानों को लगा दिया गया है।
जिला प्रशासन की ओर से हनुमान मंदिरों की सूची तैयार की गयी है जिसके अनुसार थानेवार सुरक्षा की व्यवस्था तय होगी। इसमें सबसे ज्यादा भीड़ वाले हनुमान मंदिरों को भी चिन्हित किया जा रहा है। इन मंदिरों में श्रद्धालुओं की प्रतिदिन संख्या बनी रहती है जबकि मंगलवार को संख्या में दोगुने का इजाफा हो जाता है। मुख्यमंत्री के भगवान हनुमान पर दिए गए बयान से नाखुश दलित उत्थान सेवा समिति अभी भी अपनी मांग पर अड़ी हुई है। समिति के कार्यकर्ताओं ने हनुमान मंदिरों पर अपना दावा किया है जिस पर मंदिर की समितियों ने अपनी आपत्ति भी जिला प्रशासन के समक्ष रखी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हनुमानजी को बताया था दलित
मोरारी बापू के अनुसार भजन एक विज्ञान है। हनुमान जी को भजन विज्ञान की जानकारी थी। हनुमान जी निरंतर अपने प्रभु श्रीराम का भजन करते रहते थे। यह कोई साधारण बात नहीं है।
मोरारी बापू के मुताबिक,
हनुमान जी को व्यास (विस्तार) विज्ञान का ज्ञान था। हनुमान जी जरूरत पड़ने पर अपने रूप को बड़ा कर लेते थे। लंका दहन के समय देखा गया कि हनुमान जी की पूंछ काफी विशाल हो गई थी। इसके अलावा उन्होंने लंका में माता सीता को अपने स्वर्ण रूप का दर्शन कराया था।