जिनकी बॉडी से ज्यादा सीओ2 निकलता उन्हें ज्यादा काटते हैं
लंदन। ताजा शोध सामने आया है कि मच्छर महिलाओं के मुकाबले पुरषों को ज्यादा काटते हैं। इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण है।मच्छर पुरुषों को ज्यादा यूं ही नहीं काटते। ऐसा नहीं है कि पुरुषों का खून स्वादिष्ट होता है या फिर महिलाओं का खून कम स्वादिष्ट होता है। ना ही पुरुषों के साथ मच्छरों की कोई ख़ास दुश्मनी होती है।
इसके पीछे एक ख़ास कारण है।अब ये भी जान लीजिये कि ऐसा क्यों है? दरअसल, मच्छर उन मनुष्यों को ज्यादा काटते हैं जिनकी बॉडी से ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड निकलता है। मच्छर बॉडी से सांस, पसीने से निकलने वाले कार्बन डाइ ऑक्साइड से आकर्षित होते हैं। इस दौरान उन्हें लैक्टिक एसिड और ओक्टेनॉल भी आकरषत करता है। महिलाएं पुरुषों के मुकाबले ज्यादा साफ़-सुथरी रहती हैं। मर्द पसीने से लथपथ रहकर यूं ही आराम करने लगते हैं। पसीना तो सूख जाता है लेकिन उसकी गंध से मच्छर उनकी तरफ खींचे चले आते हैं।मच्छरों से जुड़ा एक और मजदार फैक्ट है।
क्या आप जानते हैं कि इनमें भी नर मच्छर किसी को काटते मादा मच्छर ही इंसानों को काट सकती है। वो भी तब जब वो गर्भवती होती है। मादा मच्छर इंसान की बॉडी के खून से प्रोटीन निकाल कर अपने अंडों को बड़ा करने में मदद लेती है। इस प्रोटीन से अंडे तेजी से विकसित होते हैं। यानी अगर आपको मच्छर काट रहे हैं यानी वो मादा है जो प्रेग्नेंट है। बता दें कि दुनिया में कई तरह के जीव रहते हैं। कुछ जंगलों में रहते हैं तो कुछ इंसानों के बीच। कुछ बेहद बड़े होते हैं तो कुछ काफी छोटे। इन छोटे जीवों में ही मच्छर की गिनती होती है। गर्मी के सीजन में मच्छर ज्यादा काटते हैं।