माँ बच्चे की प्रथम पाठशाला होती है: डा. अंजुल गिरि

भास्कर समाचार सेवा

मेरठ। दिल्ली-रूडकी बाईपास, साकेत एवं डिफेंस एनक्लेव स्थित वेंक्टेश्वरा वर्ल्ड स्कूल की तीनों शाखाओं में मॉ के प्रति सम्मान व प्यार को प्रदर्शित करते हुए ”मदर्स डे” की पूर्व संध्या को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों द्वारा अपनी मॉ के प्रति आदर व प्यार को प्रदर्शित करने हेतु भिन्न-भिन्न गतिविधियों का आयोजन किया। मदर्स डे के इस गतिविधि कार्यक्रम में नर्सरी, एलकेजी तथा यूकेजी के बच्चों ने अपनी मॉ के लिए क्राउन तथा टिआरा बनाए। कक्षा एक से पांच तक के बच्चों ने धन्यवाद कार्ड तथा कोलार्ज बनाये। कक्षा छह से कक्षा दस तक के बच्चों ने मॉ के प्रति अपनी भावनाओं को विचारों तथा कविता के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होने अपनी माताओं की पसंद की एक खाने की वस्तु भी अपने हाथों से बनाई और अपनी माताओ को भेंट की। स्कूल की चेयरपर्सन डा. अंजुल गिरि ने बच्चों के इस प्रयास की सराहना करते हुए बच्चों को ”मदर्स डे” का संदेश देते हुए कहा कि मॉ की ममता त्याग, प्यार व बलिदान का कोई मूल्य नही होता। प्रत्येक बच्चे के जीवन में मॉ अमूल्य है, हमे सदैव अपनी मॉ का आदर व सम्मान करना चाहिए। उन्होने कहा कि मॉ बच्चे की सबसे पहली पाठशाला होती है। प्रधानाचार्या संजया वालिया ने बच्चों द्वारा प्रस्तुतिकरण की सराहना करते हुए कहा कि मॉ बच्चे की प्रथम अध्यापक व प्रथम मित्र होती है। कार्यक्रम के सफल आयोजन में कोर्डिनेटर रीटा शर्मा, शैली तिवारी, प्रीति बंसल व समस्त अध्यापिकागण का योगदान रहा।

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