मध्य प्रदेश की पुलिस ने हनी ट्रैप के बड़े मामले का खुलासा करते हुए पांच युवतियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इनमें तीन को भोपाल और दो को इंदौर से गिरफ्तार किया गया। पूर्व मंत्री के बंगले से हुई इस गिरफ्तारी से प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है।
पुलिस ने बताया कि इंदौर पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर इन्हें पकड़ा गया है। ये लोग हनी ट्रैप में फंसाकर अधिकारियों और मंत्रियों को ब्लैकमेल करते थे। गिरफ्तार युवतियों में तीन को भोपाल में पकड़ा गया था, जिसके बाद बुधवार को एटीएस टीम इन्हें लेकर इंदौर पहुंची। इनसे पूछताछ के बाद गुरुवार सुबह पुलिस ने इंदौर से भी दो अन्य युवतियों को गिरफ्तार किया। फिलहाल इनसे पूछताछ की जा रही है।
बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान इंदौर और भोपाल पुलिस तथा एटीएस टीम को युवतियों के मोबाइल से कई वीडियो क्लिप मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। वीडियो क्लिप से अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन्होंने कई हाई प्रोफाइल लोगों को ब्लैकमेल किया है।
बताया जा रहा है कि भोपाल से तीन गिरफ्तार किया गया है। ATS की टीम तीनों युवतियों को बुधवार (18 सितंबर) की रात में ही भोपाल से इंदौर लेकर पहुंची है। गिरफ्तार तीनों युवतियों से इंदौर के महिला थाने में पूछताछ की जा रही है। वहीं, गुरुवार (19 सिंतबर) सुबह पुलिस ने इंदौर से 2 युवतियों को और गिरफ्तार किया है।
बता दें कि इंदौर के पलासिया थाने में FIR दर्ज हुई थी, जिसके बाद इंदौर पुलिस की निशानदेही पर ही ATS और भोपाल पुलिस ने धरपकड़ की. लड़कियों से गोविंदपुरा थाने में कई घंटों तक पूछताछ भी की गई. सूत्रों के मुताबिक इंदौर नगर निगम के एक अधिकारी को युवतियों ने फंसाया और ब्लैकमेल कर 2 करोड़ रुपये मांग रही थी। आरोप है कि ये इंदौर में फोन पर लगातार धमकी दे रही थी। बताया जा रहा है कि ये युवतियां भोपाल में कुछ नेताओं और अधिकारियों को अपना शिकार भी बना चुकी हैं। युवतियों को प्रदेश के एक पूर्व मंत्री के हाईप्रोफाइल सोसायटी में बने बंगले से गिरफ्तार किया गया।