मुख्तार-अतीक पर फिर ताबड़तोड़ एक्शन, एक की गाडियां जब्त, दूसरे की बिल्डिंग ध्वस्त

इन दिनों उत्तर प्रदेश में माफिया और अपराधियों की शामत आई हुई है. खासकर योगी सरकार लगातार माफिया अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी पर शिकंजा कस रही है. और इनके काले साम्राज्य को खाक में मिलाया जा रहा है. इन दोनों माफियाओं के अवैध मकानों पर बुल्डोजर चल रहा है. बिना नियम के चल रही गाड़ियों को जब्त किया जा रहा है. इतना ही नहीं इनके गैंग के भी अवैध कारोबार को पुलिस बंद करा रही है. ताबड़तोड़ कार्रवाई करके 41 महीने के अंदर ही योगी सरकार ने इनके पैरों तले जमीन खिसका दी है.

एक बार फिर से माफिया अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी पर प्रशासन ने शिकंजा कसा है. जहां एक माफिया की गाडि़यां को जब्त किया है तो दूसरे के मकान पर जेसीबी चलाई गई.  दरअसल प्रशासन एक के बाद एक अतीक अहमद के अवैध निर्माणों पर जेसीबी चला रहा है और जमीनों को मुक्त करा रहा है. पीडीए, जिला प्रशासन और पुलिस ने सोमवार को संयुक्त कार्रवाई में सिविल लाइंस के नवाब यूसुफ रोड स्थित एक भवन पर जेसीबी चलाकर अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया. ये भवन नजूल की भूमि पर बनाया गया था और इस पर अतीक अहमद का कब्जा था. पीडीए के जोनल अधिकारी शत शुक्ला, एके पांडेय के नेतृत्व में जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम सोमवार को दिन में 11 बजे नवाब यूसुफ रोड पर पहुंची.

नापजोख के के बाद भवन पर जेसीबी चला दिया गया.. दोपहर करीब तीन बजे तक कार्रवाई चलती रही. बताया जा रहा है कि अतीक अहमद ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर 500 वर्ग गज नजूल की भूमि पर कब्जा कर अपने एक करीबी को किराए पर दे दिया था. अतीक का करीबी व्यक्ति रेस्टोरेंट संचालक था जो इसका इस्तेमाल कारखाने के रूप में करता था. अतीक अहमद ने पहले जमीन को फ्री होल्ड करने के लिए डीएम कार्यालय में आवेदन किया था जिसे नामंजूर कर दिया गया था. इसके बाद से कहा जा रहा था कि प्रशासन भवन को ध्वस्त कराएगा. अतीक ने भवन को अपने करीबी एक रेस्टोरेंट संचालक  को किराए पर दिया था. रेस्टोरेंट संचालक इसके लिए दो लाख रुपसे महीना किराया भी देता था. जिस पर अब प्रशासन ने तगड़ी कार्रवाई की है. 

उधर मऊ में माफिया मुख्तार अंसारी गैंग के सदस्यों पर पुलिस टीम ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है.सोमवार को जिलाधिकारी की संस्तुति पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थाना कोतवाली पुलिस ने मुख्तार अंसारी अवैध वसूली गैंग के सहयोगी वसूली माफिया सुरेश सिंह के 10 वाहनों को जब्त कर लिया. इसकी कीमत 1 करोड़ 69 लाख 65 हजार रुपए बताई गई है. इस तरह से अब तक मुख्तार अंसारी अवैध वसूली गैंग के सहयोगी का 3 करोड़ 60 लाख 95 हजार रुपए कीमत के 23 वाहनों को जब्त किया जा चुका है.

मुख्तार के गैंग के माफिया सुरेश सिंह के 10 बड़े वाहनों को गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त कर लिया गया. जब्त किए गए वाहनों में 23 लाख रुपए कीमत की तीन बस, 26 लाख रुपए कीमत की बस, 13 लाख रुपए की कार, और दोपहिया वाहन समेत अन्य वाहन हैं. इससे पहले 1 सितंबर को पुलिस ने मुख्तार अंसारी की 86 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की थी. इसके अलावा 3 सितंबर को 1 करोड़ 5 लाख 40 हजार रुपये के वाहन जब्त किए गए थे. पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सोनकर ने बताया कि अब तक मुख्तार अंसारी अवैध वसूली गैंग के सहयोगी वसूली माफिया से 3 करोड़ 60 लाख 95 हजार रुपए कीमत की 23 वाहनों को जब्त किया जा चुका है. 

दरअसल माफिया सुरेश सिंह मुख्तार अंसारी के गिरोह डी-34 का सदस्य है. सुरेश सिंह के खिलाफ मई 2020 में पुलिस ने गैंगस्टर ऐक्ट की कार्रवाई की थी. इसके बाद सुरेश को गिरफ्तार किया गया था और तभी से वो जेल में है. यूपी के करीब 40 अपराधियों की 330 करोड़ से ज्यादा की संपत्तियां गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कुर्क और जब्त की जा चुकी हैं. इसके अलावा करोड़ों की संपत्तियां कार्रवाई की जद में हैं. खैर जिस तरह से माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार तेजी से कार्रवाई कर रही है उससे इनके होश उड़े हुए हैं.

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