इस दौर में नेताओं का रवैया हिं’सक तो हुआ है लेकिन इस समय जिस बात की चर्चा सोशल मीडिया पर हो रही है वैसी हिं’सा तो शायद ही देखने को मिली हो. किसी भी देश के आम चौराहों पर यदा-कदा होने वाली मारपीट की घटनाओं जैसी एक घटना उत्तर प्रदेश में घटी है. अपने आपको संस्कारी कहने वाली भाजपा के दो नेता कुछ इस तरह भिड़ गए कि ये पता लगाना मुश्किल हो गया कि वो एक ही पार्टी के हैं या अलग. बात भी कुछ यूँ थी कि मामला बात से ही सुलझ जाता लेकिन सांसद जी ने विधायक जी को जूतों से मारना शुरू कर दिया.
#WATCH Sant Kabir Nagar: BJP MP Sharad Tripathi and BJP MLA Rakesh Singh exchange blows after an argument broke out over placement of names on a foundation stone of a project pic.twitter.com/gP5RM8DgId
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 6, 2019
यूपी की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद और विधायक की मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। दरअसल, सड़क निर्माण का श्रेय लेने के विवाद में भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी और मेंहदावल से बीजेपी विधायक राकेश सिंह बघेल में हुई झड़प मारपीट में तब्दील हो गई। वीडियो में साफ नजर आता है कि दोनों नेताओं के बीच न केवल जमकर गाली गलौच होती है, बल्कि सांसद तो विधायक पर बिना रुके जूते बरसाने लगते हैं। इस घटना को बीजेपी आलाकमान ने बेहद गंभीरता से लिया है।
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष एमएन पांडे ने कहा है कि दोनों को लखनऊ बुलाया जा रहा है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उधर, इस घटना पर राजनेताओं से लेकर आम जनता ने सोशल मीडिया पर मजे लेने शुरू कर दिए।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा, ‘आज उत्तर प्रदेश में विश्व की सबसे अनुशासित राजनीतिक पार्टी का दावा करने वाली भाजपा के सांसद व विधायक जी के मध्य जूतों का सादर आदान-प्रदान हुआ। यह आगामी चुनावों में अपनी हार से आशंकित भाजपा की हताशा है। सच तो ये है कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा को प्रत्याशी नहीं मिल रहे हैं।’
वहीं, टि्वटर यूजर्स ने इस घटना पर मजे लेते हुए इसे भाजपा नेताओं की ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करार दे दिया। एक यूजर ने इसे बीजेपी के अभियान ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ से जोड़ते हुए तंज कसा कि भाजपा नेता गलती से इसे ‘मेरा बूट सबसे मजबूत’ समझ गए। टि्वटर यूजर्स ने कैसी प्रतिक्रिया दी, नीचे कुछ उदाहरणों से समझा जा सकता है।
क्या है पूरा मामला: खबरों के मुताबिक, कलेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना समिति की बैठक चल रही थी। जिले के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन भी इस मीटिंग में मौजूद थे। इसी बीच संत कबीरनगर से भाजपा सांसद त्रिपाठी और मेंहदावल से भाजपा विधायक बघेल के बीच सड़क निर्माण का श्रेय लेने को लेकर कहासुनी हो गई। मामला कहासुनी तक ही सीमित नहीं रहा । दोनों आपस में भिड़ गए । एक ने दूसरे को मारने के लिए जूता निकाल लिया।
प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह बीच बचाव कर मामला शांत कराया। दरअसल, जिले के मेंहदावल क्षेत्र में सड़क निर्माण की शिला पट्ट से सांसद का नाम गायब था, जिसे लेकर बवाल हुआ। बीजेपी जिलाध्यक्ष सेत भान राय के मुताबिक, मंत्री ने उन्हें फोन पर इस घटना की जानकारी दी।