मेहनत और संघर्ष ने दिलाई नरेंद्र कश्यप कामयाबी
चौधरी फरमान अली
गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद (राज्यसभा) नरेंद्र कश्यप ने शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ लेने के बाद गाजियाबाद समेत पश्चिम उत्तर प्रदेश के पिछडा वर्ग,गरीब तबके में खुशी की लहर है। नरेंद्र कश्यप जिस बैकग्राउंड से राजनीति में आए हैं और उन्होंने जो सफलता हासिलकी है वह कम बहुत कम लोगों को नसीब होती है।
सरावनी गांव जिले के मूल निवासी हैं। पहले यह गांव गाजियाबाद जिले में था लेकिन अब यह गांव हापुड़ जिले की सीमा में चला गया है। 15जनवरी 1963 को जन्मे नरेंद्र कश्यप ने बीए एलएलबी तक शिक्षा ग्रहण करने के के बाद गाजियाबाद में आकर अधिवक्ता के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। आज भी गाजियाबाद न्यायालय परिसर में उनका चेंबर है और कचहरी से सम्बंधित गतिविधियों में गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं। वकालत के साथ साथ नरेंद्र कश्यप ने राजनीतिक करियर की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी से शुरू की। बहुजन समाज पार्टी के वह जिला महामंत्री रहे। वकालत के साथ-साथ पार्टी के लिए लगन के साथ काम करते रहे। इसके बाद उनके लगन और मेहनत को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी की तत्काल राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उनको तोहफे के रुप में विधान परिषद का सदस्य बना दिया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
नरेंद्र कश्यप बाद में बसपा से राज्यसभा सांसद भी बनाए गए। इसके बाद उन्हें जम्मू-कश्मीर व पंजाब की पार्टी संगठन का प्रभारी बनाया गया। वह मायावती के विश्वासपात्र नेताओं में रहे लेकिन बाद में उनकी पुत्रवधू की कथित हत्या के मामले के बाद उन्हें बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। जिसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा। भाजपा ने उनकी मेहनत और लगन और संघर्ष को देखते हुए और उनकी अहमियत को समझते हुए उन्हें बहुत भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। इसके बाद वह पिछले विधानसभा चुनाव में बड़ी लगन के साथ लगे रहे। जिसका इनाम आज उनके प्रदेश के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री के रूप में नजर आया।
राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं नरेंद्र कश्यप ने
नरेंद्र कश्यप हालांकि देश के सबसे बड़े उत्तर प्रदेश के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री के रूप में योगी कैबिनेट में शामिल हो गए हैं लेकिन अगर उनके जीवन के उतार-चढ़ाव को देखा जाए तो उन्होंने अपने को यहां तक पहुंचाने के लिए न केवल कड़ा संघर्ष किया है बल्कि त्याग दी किया है। उन्होंने अपने समाज की राजनीति बड़ी मजबूती के साथ की है। महृषि कश्यप के नाम पर उन्होंने राष्ट्रीय स्तर का संगठन भी बनाया है। हर साल महर्षि कश्यप के जन्मोत्सव पर वह एक बड़ा कार्यक्रम करते हैं। उनकी इस लगनशीलता और मेहनत और उनके समाज मे उनके प्रभाव को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने जहां उन पर भरोसा जताते हुए एमएलसी से लेकर राजसभा सदस्य तक के जिम्मेदारियों को उनको सौंपी थी लेकिन वर्ष 2016 में उनकी पुत्रवधू की कथित तौर पर उनके राज नगर सेक्टर 23 स्थित आवास पर हत्या हो गई थी। जिसका आरोप श्री कश्यप तथा परिवार के अन्य सदस्यों पर लगा था। वह जेल भी गए थे और बहुजन समाज पार्टी ने उन्हें निष्कासित भी कर दिया था लेकिन बाद में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया और तभी से ही पार्टी को मजबूत करने में लग गए थे।
भारतीय जनता पार्टी हाईकमान ने भी उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें उत्तर प्रदेश भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रदेश की बागडोर सौंपी। यहां भी उन्होंने जमकर काम किया जिस की सौगात आज भाजपा जैसी बड़ी पार्टी ने उन्हें राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में दी। नरेंद्र कश्यप के मंत्री बनने के बाद न केवल कश्यप समाज बल्कि समाज का हर वर्ग खुशी जता रहा है।
नरेंद्र कश्यप के मंत्री बनने से अधिवक्ता व उद्यमियों ने जताई खुशी
भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप के उत्तर प्रदेश में मंत्री बनने के पर अधिवक्ताओं व उद्यमियों ने खुशी का इजहार किया है। उन्होंने कहा है कि नरेंद्र कश्यप समाज के आम व्यक्ति के रूप में काम करते हैं और यह निर्णय भाजपा का अच्छा निर्णय है ।उन्होंने उम्मीद जताई है कि नरेंद्र कश्यप आम आदमी के दर्द को समझेंगे और आम आदमी की समस्याओं का निराकरण कराने ने लोगों की मदद करेंगे। वरिष्ठ अधिवक्ता बाबूराम ने कहा है कि नरेंद्र कश्यप राजनीति में उनके साथी रहे हैं और नरेंद्र कश्यप हमेशा औरों के लिए प्रेरणा बने रहते हैं। क्योंकि वह हौसले वाले आदमी हैं और उन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल पर इस मुकाम को पाया है । बाबू राम ने कहा है कि नरेंद्र कश्यप को सफलता मिली है उनकी सफलता नहीं बल्कि आम आदमी की सफलता है।
अधिवक्ता गुरविंदर सिंह (लकी छतवाल ) ने कहा कि नरेंद्र कश्यप का मंत्री बनना जनहित में है क्योंकि नरेंद्र कश्यप ऐसे राजनीतिज्ञ हैं जिनके पास हर जाति धर्म वर्ग का आदमी सीधे पहुंच जाता है और अपनी व्यथा सुना सकता है। उन्होंने नरेंद्र कश्यप को बधाई दी है।
जाने-माने उद्यमी एसके अरोड़ा ने नरेंद्र कश्यप को मंत्री बनाए जाने पर भाजपा हाईकमान का जहां आभार व्यक्त किया है वहीं उन्होंने नरेंद्र कश्यप को शुभकामनाएं दी हैं। अरोड़ा ने कहा है कि नरेंद्र कश्यप की जो बैकग्राउंड है और जो उन्होंने काम किया है वास्तव में वह काबिले तारीफ है और उनकी मेहनत और लगन का ही पार्टी ने भी उनको इनाम दिया है।
युवा अधिवक्ता रेहान चौधरी ने श्री कश्यप को बधाई दी है और भाजपा हाईकमान के इस फैसले को उचित ठहराया है । रेहान चौधरी ने कहा है कि नरेंद्र कश्यप वकील समाज से इतने ऊंचे मुकाम पर पहुंचे हैं यह उनकी मेहनत और लगन का ही परिणाम है। चौधरी का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि नरेंद्र कश्यप पूर्व की भांति समाज हित में काम करेंगे और आम जनता की समस्या का निराकरण मंत्री रहते हुए कराएंगे। समाज का तबका उनका सम्मान करता है।
नरेंद्र कश्यप की ताजपोशी पर गाजियाबाद में जश्न का माहौल
नरेंद्र कश्यप को प्रदेश में राज्य मंत्री बनाए जाने पर जश्न का माहौल है उनके समर्थकों ने उनके आवास पर जाकर खुशी मनाई और घंटों तक के रहे उनके पुत्र डॉक्टर सागर कश्यप,प्रवक्ता सौरभ जायसवाल, वीके अग्रवाल, बी के शर्मा हनुमान समेत तमाम समर्थकों ने एक दूसरे को बधाई दी तथा मिठाई खिलाई।