अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी ने नगर निगम के अमले के पहुंचने से पहले ही अपना अवैध निर्माण गिरवा दिया। वे अहमदाबाद की राबरी कॉलोनी में सरकारी राशन की दुकान चलाते हैं। इसी के पास एक अवैध निर्माण को लेकर निगम से उन्हें तीन बार नोटिस मिले थे। उन्होंने नोटिस को खिलाफ कोर्ट में अर्जी भी लगाई थी।
अहमदाबाद नगर निगम ने आखिरी बार 17 जून को प्रह्लाद मोदी को नोटिस भेजा था, इसकी सीमा 17 जुलाई को खत्म हो गई। इसके बाद उन्होंने नोटिस और अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के खिलाफ अपील करते हुए कुछ दिन का वक्त मांगा था।
अधिकारियों को कई लेटर लिखे, दो साल बाद जागे :
प्रह्लाद मोदी ने कहा, ”निगम के तीन नोटिस के बाद मैंने निर्माण का एक फ्लोर गिरवा दिया। इसे निगम ने अवैध घोषित किया था। मैं पहले ही इस निर्माण को नियमित कराने के लिए निगम को आवश्यक फीस का भुगतान कर चुका हूं। 2015 में लगा कि निर्माण काफी जर्जर हो चुका है और कभी भी गिर सकता है। इसीलिए कई बार अधिकारियों से निर्माण की जांच कराने की अपील की, पर कोई नहीं आया। आखिर में इस निर्माण का कुछ हिस्सा अपने आप गिर गया। इसके बाद यहां नया निर्माण कराया। अब दो साल के बाद अचानक निगम के अफसरों की नींद खुली है।”
अवैध निर्माण के लिए तीन बार नोटिस मिले :
नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर कुलदीप आर्य ने बताया कि अवैध निर्माण के खिलाफ शहर में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। एक निर्माण को लेकर प्रह्लाद मोदी को भी तीन नोटिस दिए थे। शनिवार को उनकी दुकान का अवैध ढांचा गिराने की तैयारी थी। लेकिन निगम अमले के कॉलोनी में पहुंचने से पहले ही उन्होंने खुद ही इसे गिरवा दिया।