पेड़-पौधों की सुरक्षा को लेकर बरती जा रही लापरवाही

सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ हरियाली को बढ़ावा देने के लिए हर साल पौधा रोपण अभियान चलाते हैं जिससे पर्यावरण सुरक्षित रहे इस लिये करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं।

वही दूसरी ओर पेड़-पौधों की सुरक्षा को लेकर कर्मचारी लापरवाही बरतते हैं। यही वजह है कि घुंघटेर थाना क्षेत्र के पलिया व बजगहनी गांवों में फलदार व प्रतिबंधित प्रजाति के पेड़ों की अंधा धुंध कटान हो रही है। बीते दो महीनों में चार दर्जन से अधिक पेड़ों का सफाया कर दिया गया।

बीते शनिवार को वन माफियाओं ने पलिया में एक दो नहीं बल्कि 15 से अधिक जामुन व गुलर के प्रतिबंधित पेड़ों का सफाया कर दिया।रविवार को घुंघटेर थाना क्षेत्र के बजगहनी में वन माफियाओं ने सरकारी तालाब पर लगे अर्जुन व जामुन के पेड़ों का सफाया कर माफिया मौके से लकड़ियां भी उठा ले गए।

घुंघटेर थाना क्षेत्र के अटहरा गाँव में पाकड़ व अर्जन के हरे पेड़ों को काटकर लकड़ी वन माफिया उठा ले गये पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी घुघटेर थाना क्षेत्र के ही छिल्लागवाँ मजरे तकिया में एक विशाल गूलर का पेड़ वन माफिया पुलिस और वन विभाग की मिली भगत से काटकर दिन में उठा ले गये।

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