
काठमांडू । नेपाल में मतदान करने का अधिकार 18 वर्ष से घटकर 16 वर्ष किया गया है। जेन जी आंदोलन के बाद सरकार ने अधिक से अधिक युवाओं को मतदान प्रक्रिया में शामिल कराने के लिए यह निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के गुरूवार को राष्ट्र के नाम संबोधन करने के तुरंत बाद निर्वाचन आयोग ने 16 वर्ष तक के युवाओं को मतदाता नामावली में पंजीकृत कराने के लिए सूचना जारी की है।
प्रधानमंत्री कार्की ने देश के नाम अपने संबोधन में जेन जी समूहों की मांग के मुताबिक मतदान करने के अधिकार की उम्र घटाने की घोषणा की थी। इसके तुरंत बाद निर्वाचन आयोग ने सार्वजनिक सूचना जारी करते हुए 16 वर्ष तक के सभी युवाओं को मतदाता सूची में अपना नाम शामिल कराने का आह्वान किया है। अधिसूचना में कहा गया है कि 16 नवंबर तक 16 वर्ष या उससे अधिक उम्र के युवा अपने स्थानीय निर्वाचन कार्यालय में सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक जाकर अपना मतदाता पंजीकरण करा सकते हैं।
निर्वाचन आयोग ने अपनी वेबसाइट के जरिए प्री रजिस्ट्रेशन कराने और बायोमैट्रिक तथा फोटो के लिए स्थानीय निर्वाचन कार्यालय या जिला प्रशासन कार्यालय में जाने का अनुरोध किया है।
जेन जी प्रदर्शन के बाद से युवाओं की मांग थी कि 16 वर्ष तक के युवाओं को मतदान का अधिकार दिया जाना चाहिए। इस समय दुनिया के सिर्फ 10 देशों में ही मतदान का अधिकार 16 वर्ष है, जिनमें ब्राजील, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, क्यूबा, माल्टा, इक्वाडोर, निकारागुआ जैसे देश शामिल हैं।
अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने देश के नाम संबोधन में कहा-नेपाल में समय पर होंगे चुनाव
नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने गुरुवार को पहली बार देश के नाम संबोधन किया है। उन्होंने तय समय पर ही चुनाव कराने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जेन जी समूहों की मांग के बाद मतदाता नामावली संकलन की समय सीमा को एक महीने तक के लिए बढ़ा दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि 16 साल तक के युवा को मताधिकार देने पर विचार किया जा रहा है।
देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री कार्की ने कहा कि विदेशों में रहे नेपाली नागरिकों को वोट देने का अधिकार देने के लिए आवश्यक कानून संशोधन का काम भी शुरू कर दिया गया है। अपने संबोधन में सुशीला कार्की ने कहा कि जेन जी प्रदर्शन के दौरान नेताओं के घर में मिले पैसे की जांच डिपार्टमेंट ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग इंवेसटिगेशन को सौंपी गई है। पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउवा, पूर्व विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा और ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का के घर से करोड़ों रुपये जला दिए गए थे।
उन्होंने कहा कि जेन जी की मांग के अनुसार संवैधानिक प्रक्रिया से ही संविधान में बड़े बदलाव किए जा सकते हैं। इसलिए निर्वाचन में सभी को सहभागी होने का आह्वान किया गया है। प्रधानमंत्री कार्की ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मामले की सुनवाई और त्वरित निष्पादन के लिए सभी मंत्रालयों के हॉट लाइन नंबर जारी किए जाने की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के सभी बड़े मामले की जांच त्वरित रूप से आगे बढ़ाने के लिए संबंधित सभी निकाय को निर्देश दिया गया है।