पत्नी की कोख भरने के लिए भतीजे की बलि, गला रेता फिर शरीर के साथ किया जल्लादों वाला काम…

भागलपुर। अंधविश्वास में एक और बच्चे की कुछ नराधामों ने बलि चढ़ा दी। पत्नी की कोख भरने के लिए उसने मासूम भतीजे का ही खून कर डाला। सोमवार को एसएसपी आशीष कुमार भारती ने पत्रकारों के सामने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्यारोपित चाचा और तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

दिल दहला देने वाली यह घटना पिरपैंती थाना क्षेत्र के दिलौरी की है। सिकंदर रविदास यहीं के रहने वाले हैं। उनके मासूम बेटे कन्हैया कुमार का बांस के झुरमुट में शव पड़ा मिला था। पिरपैंती थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की। बच्चे की गला रेतकर हत्या की गई थी। उसके दांए हाथ की नस काट दी गई थी और पेट को भी बीच से चीर दिया गया था।

कन्हैया की मां ने बताया कि उसका देवर शिवनंदन रविदास की पत्नी को बच्चा नहीं हो रहा था। उसने तांत्रिक विलास मंडल से बातचीत की। इसके बाद शिवनंदन तांत्रिक के बहकावे में आ गया। दोनों ने एक योजना बनाई, जिसके तहत 27 अक्टूबर यानी दीपावली की शाम करीब छह बजे कन्हैया को पटाखा खरीदने के बहाने बहला-फुसलाकर शिवनंदन अपने साथ ले गया।

बहुत देर तक कन्हैया घर नहीं आया तो उसकी खोजबीन शुरू की गई। लेकिन कुछ पता नहीं चला। सोमवार की सुबह बच्चे का शव मिला। शिवनंदन रविदास ने तांत्रिक बिलास मंडल पुत्र मोहन मंडल के कहने पर कन्हैया की बलि चढ़ा दी। उसकी हत्या कर दी। शव को बांस की झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने सोमवार को दोनों आरोपितों शिवनंदन और तांत्रिक बिलास मंडल को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को न्यायिक हिरासत में जेले भेज दिया गया है।

 

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