समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खान की गिरफ्तारी की झूठी खबर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई। इससे पहले की दीपावली के मौके पर इस फर्जी खबर से बात बिगड़ती एडीजी बरेली के आदेश पर रामपुर पुलिस ने स्थिति स्पष्ट की और माहौल बिगड़ने से बचा लिया।
रामपुर में डिबेट ग्रुप के नाम से व्हाट्सएप पर एक ग्रुप चलता है। दीपावली की रात को अचानक इस पर आजम खान के मौलाना जौहर अली यूनिवर्सिटी कैंपस से गिरफ्तार होने के मैसेज वायरल होने लगे। खास बात है कि ग्रुप में पुलिस के कई अधिकारी होने के बावजूद उन्होंने इसका खंडन नहीं किया। इस वजह से लोग और असमंजस में पड़ गए। इसके बाद जनपद के सामाजिक कार्यकर्ता दानिश खान ने अधिकारियों से गिरफ्तारी को लेकर जानकारी की और इसे अफवाह बताते हुए लोगों का भ्रम दूर किया। साथ ही इसे दूसरों को फॉरवर्ड नहीं करने की भी अपील की।
दानिश खान ने एडीजी बरेली, आईजी बरेली और रामपुर पुलिस को ट्विटर पर इस तरह के मैसेज वायरल होने के बारे में भी अवगत कराया। इसके बाद एडीजी बरेली ने रामपुर पुलिस को मामले की जांच कर झूठा मैसेज वायरल कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। एडीजी बरेली के कठोर रवैया अपनाने के बाद रामपुर पुलिस ने स्वयं भी ट्वीट कर वायरल मैसेज को फर्जी बताया। इसके साथ ही थाना कोतवाली पुलिस झूठा मैसेज वायरल करने के आरोप में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने में जुट गई। प्रभारी निरीक्षक रामवीर सिंह ने बताया कि आरोपित के बारे में जांच की जा रही है।