दिल्ली में प्रदूषण का कहर: एनजीटी ने उप्र, पंजाब, हरियाणा समेत 5 राज्यों के प्रमुख सचिवों को किया तलब

नई दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण के गंभीर हालात पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने स्वत: संज्ञान लेते हुए उप्र, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के पचिव (कृषि) को तलब किया है। एनजीटी ने पांचों राज्यों के प्रमुख सचिव (कृषि) को 14 नवम्बर को पेश होने का निर्देश जारी किया है।

एनजीटी ने मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए कहा कि ये इमरजेंसी जैसे हालात हैं, लिहाज़ा इस मामले में दो दिन बाद ही सुनवाई की जाएगी । दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण अति गंभीर हालात में पहुंच गया है। लोगों का सांस लेना भी दूभर हो रहा है। सांस की बीमारियों में बढ़ोतरी हो गई है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं होने पर प्रशासन ने निर्माण गतिविधियों, कोयला और बायोमास पर आधारित उद्योगों और ट्रकों के प्रवेश पर पाबंदी 12 नवम्बर तक बढ़ा दी है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने पटाखों की बिक्री और उन्हें जलाये जाने के संबंध में उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन नहीं होने पर दिल्ली-एनसीआर के पुलिस विभागों और अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

दिल्ली-एनसीआर में हवा खतरनाक
दिल्ली में मंगलवार को हवा और खराब हो गई है। सोमवार को जहां राष्ट्रीय राजधानी में ज्यादातर जगहों पर हवा में पीएम2.5 का स्तर करीब 399 के आस-पास रहा, वहीं मंगलवार को यह ज्यादातर जगहों पर 400 के स्तर से ऊपर है। सोनिया विहार में सुबह 9 बजे पीएम10 का स्तर 685 और पीएम2.5 का स्तर 559 रहा, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। इसी तरह आनंद विहार में सुबह 9 बजे पीएम10 और पीएम 2.5 का स्तर क्रमशः 493 और 438 रहा। पीएम10 का स्तर मयूर विहार में 399, आरके पुरम में 311 तो शाहदरा में 541 है।


बात अगर दिल्ली-एनसीआर के दूसरे प्रमुख शहरों की करें तो सुबह 8 बजे गाजियाबाद में पीएम2.5 का स्तर 551, गुरुग्राम में 353 और फरीदाबाद में 455 रहा।

दिल्ली में प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों की पराली से ज्यादा अपनी वजहें
खास बात यह है कि दिल्ली में पराली के प्रदूषण में कमी आई है। सफर एजेंसी का आकलन बताता है कि पराली का प्रदूषण दिल्ली में सोमवार को सिर्फ 7 फीसदी रहा। ऐसे में यह साफ है कि प्रदूषण की ज्यादातर वजह दिल्ली की अपनी ही हैं। पूर्वानुमानों में भी दिल्ली में हल्की बारिश की बात कही जा रही है, लेकिन प्रदूषण से बहुत अधिक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।

बारिश से भी बहुत भला नहीं होने वाला

अगर मंगलवार को बारिश हुई भी तो दिल्ली-एनसीआर में इसका असर रात से ही दिखेगा। छठ पर आतिशबाजी की भी संभावना है। सफर के पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार को हवा में कुछ सुधार आ सकता है, लेकिन प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में रहेगा। हालांकि प्रदूषण का स्तर पूर्वानुमान से ज्यादा है। हवाओं की स्पीड थोड़ी बढ़ेगी। नमी अधिक रहेगी। आईएमडी का पूर्वानुमान भी बहुत राहत नहीं बता रहा। मंगलवार को हवाओं की स्पीड 5 किलोमीटर प्रति घंटे का अनुमान व्यक्त किया गया है। हवाएं वेस्ट और नॉर्थ वेस्ट से आएंगी। 14 नवंबर को हवाएं ईस्ट से आएंगी। स्पीड 5 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे ही रहेगी। मिक्सिंग हाइट 1100 से 1400 मीटर पर रहेगी। इसकी वजह से प्रदूषक तत्व तेजी से कम नहीं हो पाएंगे।

वैसे पराली जलाने के मामलों में 11 नवंबर को कमी है। 13-14 नवंबर को हवा बेहद खराब स्थिति में रहेगी। स्काईमेट के पूर्वानुमान के अनुसार, सोमवार से जम्मू-कश्मीर के पास एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस ऐक्टिव हुआ है। 13-14 नवंबर को हल्की बारिश की उम्मीद है। लेकिन बारिश काफी कम होगी। इससे प्रदूषण साफ नहीं होगा। 15 नवंबर को उत्तर पश्चिमी मध्यम हवाएं दिल्ली पहुंचेंगी। उनसे प्रदूषण में कुछ कमी आ सकती है। ईपीसीए के अनुसार, 1 नवंबर से दिल्ली में सख्त कदम उठाए गए हैं। ऐसे में कुछ समय के लिए राहत देना जरूरी लग रहा है। कुछ दिनों बाद दोबारा सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें