बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग को लेकर जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) के नेताओं ने पटना की सड़कों पर पोस्टर लगाए हैं। यह कदम राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ लाने के प्रयास के तहत उठाया गया है, जिसमें नीतीश कुमार के राजनीतिक योगदान और विकास कार्यों को प्रमुखता से दर्शाया गया है।
जेडीयू के नेताओं का कहना है कि नीतीश कुमार ने बिहार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उन्हें भारत रत्न मिलना उनके कार्यों की उचित मान्यता होगी। पोस्टरों में नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ विभिन्न विकास परियोजनाओं का उल्लेख किया गया है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार शामिल हैं।
इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए पार्टी के एक नेता ने कहा, “नीतीश कुमार ने बिहार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। उनका कार्य केवल राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन के लिए भी प्रेरणादायक है। हम मानते हैं कि उन्हें इस सम्मान का हकदार होना चाहिए।”
हालांकि, इस पोस्टर कैंपेन के बाद विपक्षी दलों ने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया है। वे यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या नीतीश कुमार का कार्य वास्तव में इतना प्रभावी रहा है कि उन्हें इस सर्वोच्च सम्मान के योग्य माना जाए।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम नीतीश कुमार की राजनीतिक छवि को मजबूत करने के लिए उठाया गया है, खासकर जब बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जेडीयू इस मुद्दे को चुनावी मंच पर आगे बढ़ाने में सफल होगी या नहीं।इस बीच, नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया का इंतजार है, क्योंकि उनके द्वारा इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।