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फतेहपुर । अफसरों के आए दिन बैठकों के बाद भी निर्माण कार्यों मे जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। निधियों से बनने वाली सड़कों के हाल बेहद दयनीय हैं। नगर पालिका के कामों में भारी कमीशन बाजी के चलते ठेकेदार मानक विहीन व घटिया किस्म का निर्माण करवाते हैं जिससे सड़कें एक वर्ष के अंदर ही टूट जाती हैं। ये पूरा खेल स्टीमेट बनाने से शुरू होता है और टेंडर से लेकर रुपया पास होने तक कमीशन बाजी की भेंट चढ़ जाता है।
बिंदकी बस स्टॉप से लेकर सदर अस्पताल तक सड़क के दोनों ओर इंटरलॉकिंग के बीस लाख से अधिक के कार्य में जमकर अनियमितता बरती गई। गिट्टी, बालू से लेकर ईंट तक में खेल हुआ। बिना नीचे की तह मजबूत किए ऊपर से इंटर लॉकिंग बिछा दी गई। जबकि बिंदकी बस स्टॉप के समीप काफी दूरी तक पूर्व से इंटर लॉकिंग लगी थी। उसको हटाकर गायब कर दिया गया जिसके बाद नई ईंट बिछा दी गई।
इसी तरह सदर विधायक चंद्रप्रकाश लोधी की निधि से वीआईपी रोड की ग्रीन विहार कॉलोनी में एक सीसी रोड लगभग 25 लाख की लागत से ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के ठेकेदार द्वारा बनाई गई। जहां नाली पूर्व से बनी थी लेकिन जेई नदीम ने ठेकेदार से मिलकर नई नाली बनाना दिखाकर सड़क के साथ नाली का भी भुगतान ठेकेदार को करा दिया। जब मोहल्ले वासियों ने इसकी शिकायत डीएम से की तो डीएम ने मामले की जांच कराई।
बताते हैं कि जांच में लगभग साढ़े पांच लाख का गबन पाया गया जिसके बाद ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अवर अभियंता नदीम के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए पत्र भी लिखा गया मगर प्रकरण में एक माह के करीब होने के बाद भी न ही नदीम को निलंबित किया गया और न ही ठेकेदार की फर्म को ब्लैक लिस्ट किया गया। इस बाबत परियोजना निदेशक शेषमणि सिंह ने कहा कि मामले की जांच हुई थी, विभाग को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।