अभियान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्तनपान से लाभ की देंगी जानकारी
भास्कर समाचार सेवा
फिरोजाबाद। नवजात शिशु को छह माह तक सिर्फ़ स्तनपान कराने को बढ़ावा देने के लिए सोमवार से ‘पानी नहीं, केवल स्तनपान’ अभियान शुरुआत कर दी गयी है, यह अभियान 30 जून तक चलाया जाएगा। अभियान के तहत धात्री माताओं को ब्लॉक स्तर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी, सुपरवाइजर एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर छह माह तक स्तनपान ही शिशु के स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम है, के बारे में जानकारी दे रही हैं। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) आभा सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि स्तनपान को लेकर समुदाय में व्याप्त भ्रांति जैसे मां का दूध ज्यादा पिलाने से बच्चे का पेट बढ़ना, मां का शरीर कमजोर हो जाना, कहीं-कहीं प्रसव के बाद बच्चे को पूजा-पाठ के बाद ही दूध पिलाना जैसी भ्रांतियों को दूर करने के लिए धात्री माताओं एवं परिजनों को जागरूक किया जा रहा है। डीपीओ ने बताया कि यह अभियान जनपद के सभी विकास खंडों में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जिले में 38212 गर्भवती, 18501 धात्री माताएं तथा शून्य से तीन वर्ष तक के 1.40 लाख शिशुओं को चिन्हित किया गया है। जनपद की 1996 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा 1540 सहायिका क्षेत्र में भ्रमण कर घर घर जाकर नवजात शिशु के लिए छह माह तक मां को दूध के फायदे के बारे में जानकारी देंगी।
सीडीपीओ फिरोजाबाद (ग्रामीण) सुशीला यादव ने
बताया मंगलवार को वजन दिवस में माताओं को छह माह तक ‘पानी नहीं, केवल स्तनपान’ के लाभ के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि गर्मी में भी छह माह तक के शिशु को पानी देने की जरूरत नहीं है बल्कि स्तनपान से ही शिशु की पानी की आवश्यकता तथा पौष्टिक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है। शिशुओं को अन्य प्रकार के चीनी के घोल, पानी, घुट्टी तथा शहद पिलाने से संक्रमण होने का खतरा रहता है।
टूंडला ब्लॉक की मुख्य सेविका रश्मि का कहना है कि मां का दूध शिशु के लिए अमृत समान है। शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सिर्फ स्तनपान के लिए धात्री मां को प्रेरित कर सुधार लाया जा रहा है|
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे- 5 (वर्ष 2019-21) के अनुसार जनपद में 57.2 प्रतिशत शिशु ने ही छः माह तक स्तनपान कराया गया।