
आयकर आयुक्त की शिकायत का हवाला देते हुए नगर निगम ने चस्पा की नोटिस
कानपुर। दिल्ली के जहांगीरपुरी में मस्जिद-मंदिर पर हुई अतिक्रमण कार्रवाई के बाद कानपुर में भी एक ऐसा ही मामला गरमा गया है। कानपुर के कंपनी बाग रोड के हनुमान मंदिर पर नगर निगम का नोटिस चस्पा हुआ है। तीन दिन की मोहलत में रामभक्त हनुमान की मूर्ति को कहीं और स्थापित करने के लिए कहा गया है। पास के शिव मंदिर और शनिदेव मंदिरों पर भी नोटिस चस्पा हुए हैं।
अब हिंदुवादी संगठन नगर निगम के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं। उनका कहना है इस तरह नोटिस चस्पा कराना गलत है।आयकर आयुक्त यूपी और उत्तराखंड द्वारा की गई शिकायत का हवाला देते हुए नगर निगम ने नोटिस चस्पा की। सिविल लाइन इनकम टैक्स कॉलोनी के बाहर अवैध अतिक्रमण करके मंदिर का निर्माण कराया गया है। शिकायत पर जोनल अधिकारी-4 पूजा त्रिपाठी ने 3 मंदिरों को हटाने का नोटिस जारी कराया है।
संकटमोचन हनुमान मंदिर के पुजारी अर्जुन पंडित ने बताया कि 25 सालों से मंदिर बना हुआ है। कभी कोई विवाद नहीं हुआ है। वहीं, भक्त हर्षित निगम ने बताया कि इस सरकार में भी मंदिर तोड़ने की बात कही जा रही है। ऐसी सरकार का क्या फायदा है। न तो आयकर विभाग की जमीन है और न ही मंदिर की वजह से उनका कार्य बाधित होता है।
मंदिर नहीं हटने दिया जाएगा
हिंदू संगठनों ने नगर निगम द्वारा की गई कार्रवाई का खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि आखिर मंदिर को कैसे तोड़ा जा सकता है। मंदिर यहीं रहेगा। मंदिर फुटपाथ पर बना है। वहीं विरोध में लोगों ने मंदिर में पूजा अर्चना शुरू कर दी है।
मंदिर के नाम पर अतिक्रमण
मामले में जोनल अधिकारी-4 पूजा त्रिपाठी ने बताया कि मंदिर की आड़ में अवैध निर्माण लगातार किया जा रहा है। एक कमरा बनाकर कई लोग उसमें रह रहे हैं। कुछ अराजकतत्व भी आयकर कॉलोनी में हंगामा करते हैं। इसकी शिकायत नगर आयुक्त से मिलकर आयकर विभाग कमिश्नर ने की थी। अवैध निर्माण हटाने के लिए नोटिस चस्पा किया गया है।