यूपी में अब प्रतिदिन 2000 कोरोना सैम्पल की हो सकेगी जांच, आईसीएमआर ने चार लैब को दी मंजूरी

– लैब बढ़ने से क्षमता में हुआ इजाफा, आईसीएमआर ने चार लैब को दी मंजूरी
– प्रदेश में 431 पहुंची कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या, 40 जनपद संक्रमण की चपेट में

लखनऊ । प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का लेकर योगी सरकार जांच लैब बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम किया है। नई लैब शुरू होने से अब प्रतिदिन 1500 से 2000 कोविड जांच के नमूने लिए जा सकेंगे, जो कोरोना के खिलाफ प्रभावी लड़ाई में बेहद मददगार साबित होंगे।

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि राज्य में कोराना संक्रमित मरीजों की संख्या 431 पहुंचने के साथ टेस्टिंग को दोगुना बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। अब तक 40 जनपदों इस वायरस से संक्रमित मरीज मिले हैं। उन्होंने कहा कि शुरुआत में जहां प्रतिदिन 150 से 200 नूमनों की जांच हो रही थी, वहां कुछ दिनों में इसे बढ़ाकर 800 तक पहुंचाया गया। लैब में इजाफा होने से गुरुवार को 1300 से ज्यादा सैम्पल नमूने के लिए भेजे गए। अब जल्द ही ये संख्या 1500 से 2000 पहुंच जाएगी।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई लैब को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से मंजूरी मिल गई है। इनमें प्रयागराज मेडिकल कॉलेज में आज रात से कोविड-19 के नमूनों की जांच शुरू हो जाएगी। इसी तरह आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज, लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) लैब को भी आईसीएमआर से स्वीकृति मिल गई है। इन लैब के काम करने से हमारी क्षमता में इजाफा होगा। एक-दो दिन में यहां कोविड-19 के जांच नमूने लेने का काम शुरू हो जाएगा।

राज्य में 9041 सैम्पल टेस्टिंग के लिए भेजे गए, 8250 की रिपोर्ट आई निगेटिव
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमित 431 मरीजों में से 32 बेहतर उपचार के बाद ठीक होने पर घर जा चुके हैं। 459 आइसोलेट वार्ड विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। मेडिकल क्वारंटाइन में 8671 लोगों का ऑब्जर्वेशन किया जा रहा है। राज्य में 9041 सैम्पल टेस्टिंग के लिए भेजे गए, जिनमें से 8250 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस समय प्रदेश में कुल 9442 आइसोलेशन वार्ड और 12119 क्वारंटाइन बेड हैं।

राज्य में एल-1 के 78 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल है। एल-2 श्रेणी में 13 निजी अस्पतालों को शामिल किया गया है। इसके अलावा 06 सरकारी अस्पताल नोटिफाई किये गये हैं। इस श्रेणी में 45 अन्य अस्पताल भी हैं, जहां आइसोलेशन के लिए बेड पूरी तरह से उपलब्ध हैं। इसके अलावा एल-3 श्रेणी के छह अस्पताल गम्भीर मरीजों के लिए संचालित हैं।

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