
दैनिक भास्कर समाचार सेवा
खटीमा। अग्निपथ योजना के विरोध मे भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने शनिवार को निर्धारित कार्यक्रम के तहत तहसील गेट पर केंद्र सरकार का पुतला फूंकने का एलान किया था। प्रस्तावित कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन ने तहसील गेट पर सुबह से ही भारी संख्या मे पुलिस की तैनाती कर दी थी, जिसको लेकर कार्यकर्ताओं ने डिग्री कॉलेज गेट पर पुतला फूंकने का निर्णय लिया।
तहसील गेट पर सुरक्षा की दृष्टि से तैनात पुलिस फोर्स
पुलिस की लगातार गश्त के चलते एनएसयूआई कार्यकर्ता कॉलेज गेट पर भी केंद्र सरकार का पुतला फूंकने की हिम्मत नहीं कर सके। आखिरकार कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्वक एसडीएम आवास पहुंचकर एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट को ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं ने एसडीएम बिष्ट के माध्यम से राष्ट्रपति को प्रेषित किये ज्ञापन में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई भारतीय सेना भर्ती में अग्निपथ योजना को निरस्त किया जाए।
भारी पुलिस बल देख रद किया पुतला फूंकने का प्लान
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष दीपक चंद ने कहा कि सेना में अग्निपथ योजना लागू होने से युवाओं का भविष्य पूर्णतः खत्म कर दिया है। सैनिक बाहुल्य उत्तराखंड के युवा सेना में भर्ती के लिए कठिन तैयारी करते हैं। इसमें युवाओं के परिवार का भी योगदान होता है। इस योजना से युवाओं का भविष्य खत्म हो गया है। उन्होंने युवाओं का भविष्य देखते हुए अग्निपथ योजना को निरस्त करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में विजय चंद, निषेकत भट्ट, अरविंद कुमार, कमल कन्याल, रवि बिष्ट आदि थे।
प्रदर्शनकारियों ने मांगी माफी
खटीमा। बीते शुक्रवार को अग्निपथ योजना के विरोध मे मुख्य चौक पर धरना प्रदर्शन करने वाले कुछ युवकों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर माफी मांगी है। ज्ञापन में युवकों ने कहा कि सेना भर्ती को लेकर हुए बदलाव को लेकर केंद्र सरकार, राज्य सरकार व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
युवकों ने कहा कि सरकार के फैसले के खिलाफ किए गए विरोध प्रदर्शन पर वह शर्मिंदा हैं। इसके लिए वह प्रशासन से माफी मांगते हैं। ज्ञापन सौंपने वालों में जितेंद्र विश्वकर्मा, विमल शर्मा, रवि मेहता, करन प्रजापति, तुषार, महेश आदि थे।