भास्कर समाचार सेवा
मैनपुरी। 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरूआत हो चुकी है। आज नवरात्रि के पांचवे दिन मां दुर्गा की पांचवी शक्ति मां स्कंदमाता की पूजा का विधान है। 26 मार्च 2023 रविवार को मां स्कंदमाता की पूजा की जाएगी।
मां स्कंदमाता का स्वरूप
देवी स्कंदमाता कार्तिकेय यानी कि स्कंद कुमार की माता हैं, इसलिए इन्हें स्कंदमाता नाम दिया गया है। भगवान स्कंद बालरूप में इनकी गोद में विराजित हैं। कहते हैं कि नवरात्रि में निसंतान दंपत्ति को स्कंदमाता की विशेष उपासना करनी चाहिए, पौराणिक मान्यता है कि स्कंदमाता की आराधना से सूनी गोद जल्द भर जाती है।
देवी स्कंदमाता पूजा शुभ मुहूर्त
चैत्र शुक्ल पक्ष के पंचमी तिथि का शुभारंभ – 25 मार्च को दोपहर 02 बजकर 53 मिनट से
चैत्र शुक्ल पक्ष के पंचमी तिथि का समापन – अगले दिन दोपहर 03 बजकर 02 मिनट पर
इस दिन रवि योग दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से 27 मार्च को सुबह 06 बजकर 16 मिनट तक रहेगा।
देवी स्कंदमाता मंत्र
देवी मां के इस मंत्र का 11 बार जप भी करना चाहिए।
मंत्र है-
सिंहासनगता नित्यं पद्माञ्चित करद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥
स्कन्दमाता के इस मंत्र का जप करने से आपको बुध संबंधी परेशानियों से तो छुटकारा मिलेगा ही, साथ ही आपके घर में सुख-शांति और समृद्धि भी बनी रहेगी।
पं. विपिन शुक्ला शीतला धाम मैनपुरी