
– सदर सीट भाजपा व सपा के लिए रखती है अहमियत
– कुश्तीसंघ के राष्टृीय अध्यक्ष सांसद वृजभूषण शरण सिंह व पूर्व मंत्री स्वगीर्य विनोद कुमार पंडित सिंह की प्रतिष्ठा से जुडी
– पहली बार क्षत्रपों में सीधा मुकाबला, मतदाता खामोश , समर्थकों में उत्साह
गोंडा जिला मुख्यालय सदर सीट भाजपा व सपा के प्रदेश नेतृत्व के लिए अहमियत रख रही है, कारण सपा में बरगद के पेड रह स्वर्गीय पंडित सिंह के भतीजे सूरज सिह व भाजपा के स्टार प्रचारक कुश्ती संघ के राष्टृीय अध्यक्ष वृजभूषण शरण सिंह के बेटा प्रतीक भूषण सिंह मैदान में है। दोनों परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है , कारण इस सीट के फैसले से जिले की राजनीति की नई शुरूआत होगी।

गोंडा में सदर सीट से दो बार राज्य सरकार में मंत्री रहे विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह का प्रभाव मंडल में रहा और सपा के लिए वह बरगद के वृक्ष बन गये थे, इसी तरह वर्तमान में कुश्ती संघ के राष्टृीय अध्यक्ष व सांसद कैसरगंज देवी पाटन मंडल में एक बडे व प्रभावशाली नेता माने जा रहे है जिनके सहयोग से कई विधायक व जिला पंचायत अध्यक्ष बन चुके हैं। शुक्रवार को विधान सभा पांचवे चरण का प्रचार का अंतिम दिन था जहां पर रधुकुल विद्यापीठ से डा अंबेडकर चौराहा तक बाइक व गाडियों के काफिले से सडक जाम हो गयी। इस काफिले में रथ पर सांसद श्री सिंह व उनके बेटा सवार हुए, पूर्व जिला अध्यक्ष सूर्य नारायण तिवारी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रींकांत तिवारी साथ में रहे। पीछे जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्र, प्रमुख वजीरगंज, झंझरी प्रमुख आशीष मिश्रा, सुमित भूषण सिंह, कुश्ती संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष करन भूषण सिंह, महेन्द्र सिंह, संजीव सिंह, सत्येन्द्र सिंह चल रहे थे। उधर स्वर्गीय पंडित सिंह के भतीजे सपा प्रत्याशी सूरज सिंह के साथ पूर्व मंत्री की पत्नी रथ पर सवार हुई। पीछे पूर्व प्रमुख नरेन्द्र सिंह, महेश सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रद्धा सिंह, अभिषेक सिंह, वतन सिंह, राजेश दीक्षित, देवेन्द्र सिंह, आनंद शुक्ला, नरसिंह नारायण शुक्ला, दद्दू शुक्ला, आदि प्रमुख लोग चल रहे थे। शाम पांच बजे प्रचार थम गया, कार्यकर्ता वापस चले गये लेकिन शक्ति प्रदर्शन ने यह तय कर दिया कि लडाई सीधी है। 27 को मतदान प्रतिशत तय करेगा कि कौन बनेगा सदर विधायक ।