सैन फ्रांसिस्को। चैटजीपीटी को बनाने वाली कंपनी OpenAI ने को-फाउंडर और CEO सैम ऑल्टमैन को पद से हटा दिया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि बोर्ड को अब उनकी काबिलियत पर भरोसा नहीं है, इसलिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ रहा है। OpenAI ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
ऑल्टमैन के बाहर निकलने के साथ, चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) मीरा मुराती अंतरिम CEO की भूमिका निभाएंगी। कंपनी परमानेंट CEO की सर्च भी जारी रखेगी। इसके अलावा, OpenAI के प्रेसिडेंट ग्रेग ब्रॉकमैन भी इस्तीफा देंगे। उन्होंने बताया कि सैम को गूगल मीट में पद छोड़ने को कहा गया।सैन फ्रांसिस्को बेस्ड OpenAI एक प्राइवेट रिसर्च लैब है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डेवलप करती है। इसकी स्थापना 2015 में ऑल्टमैन, एलन मस्क (जो अब OpenAI के बोर्ड में नहीं हैं) और अन्य लोगों ने एक नॉन-प्रॉफिट आर्गनाइजेशन के रूप में की थी।
OpenAI में बिताया समय पसंद आया
सैम ऑल्टमैन ने CEO का पद छोड़ने को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- ‘मुझे OpenAI में अपना समय बहुत पसंद आया। यह व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए और उम्मीद है कि दुनिया के लिए थोड़ा परिवर्तनकारी था। मुझे ऐसे प्रतिभाशाली लोगों के साथ काम करना भी पसंद आया। अब आगे क्या करूंगा इसके बारे में बहुत कुछ कहना है।’
OpenAI के को-फाउंडर्स ने जताई हैरानी
OpenAI के प्रेसिडेंट और को-फाउंडर ग्रेग ब्रॉकमैन ने सैम ऑल्टमैन को कंपनी से निकाले जाने पर हैरानी जताई। उन्होंने X पर लिखा-
बोर्ड ने आज जो किया उससे सैम और मैं हैरान और दुखी हैं।
सबसे पहले उन सभी लोगों को धन्यवाद जिनके साथ हमने ओपनएआई में काम किया है। हमारे कस्टमर्स, हमारे इन्वेस्टर्स और उन सभी को धन्यवाद जो हम तक पहुंच रहे हैं। हम भी अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वास्तव में क्या हुआ है।
वो बातें जो हम जानते हैं
कल रात, सैम को इल्या से एक टेक्स्ट मिला जिसमें शुक्रवार को दोपहर में बात करने के लिए कहा गया। सैम गूगल मीट में शामिल हुए और ग्रेग यानी मुझे छोड़कर पूरा बोर्ड वहां मौजूद था। इल्या ने सैम को बताया कि उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है और यह खबर जल्द ही बाहर आने वाली है। दोपहर 12:19 बजे, मुझे इल्या से एक टेक्स्ट मिला जिसमें तुरंत कॉल करने के लिए कहा गया था।
दोपहर 12:23 बजे इल्या ने गूगल मीट लिंक भेजा। बताया गया कि मुझे बोर्ड से हटाया जा रहा है, लेकिन कंपनी से निकाला नहीं जा रहा है। सैम को निकाल दिया गया था। लगभग उसी समय, OpenAI ने एक ब्लॉग पोस्ट पब्लिश किया। जहां तक हम जानते हैं, मैनेजमेंट टीम को इसके बारे में तुरंत ही बता दिया गया था। मीरा को भी एक रात पहले ही इस बारे में पता चल गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 34 साल की मीरा के पेरेंट्स भारतीय मूल के थे। हालांकि, मीरा अल्बानिया में पैदा हुई थीं और कनाडा में पली-बढ़ीं। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई की। उन्होंने डार्टमाउथ कॉलेज में ग्रेजुएशन के दौरान हाइब्रिड रेसकार बनाई थी। स्कूल में रहते हुए, उन्होंने गोल्डमैन सैच में इंटर्नशिप की थी। टेस्ला में काम करने के बाद वह 2018 में OpenAI में शामिल हुईं। टेस्ला में उन्होंने मॉडल एक्स कार को बनाने में अहम रोल निभाया। टेस्ला में उन्होंने सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर के रूप में तीन साल बिताए। यहीं से उन्होंने AI फील्ड में जाने का फैसला किया।
OpenAI ने उन्हें एप्लाइड A.I एंड पार्टनरशिप्स की वाइस प्रेसिडेंट के रूप में नियुक्त किया था। उस समय, कंपनी एक नॉन-प्रॉफिटेबल ऑर्गनाइजेशन थी। बाद में इसने खुद को प्रॉफिट कंपनी के रूप में रीस्ट्रक्चर किया ताकि फंड जुटा सके और AI प्रोडक्ट बना सके। मीरा मुराती ने चैटजीपीटी और DALL-E जैसे क्रांतिकारी उत्पादों के विकास में पर्दे के पीछे काम किया है। पिछले साल उन्हें चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर यानी CTO बनाया गया था। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि इंजीनियर तय समय पर चैटजीपीटी के वर्जन डेवलप करें।
ChatGPT को बनाने वाली कंपनी है OpenAI
इस कंपनी के 7 को-फाउंडर्स हैं
सैम ऑल्टमैन: आंत्रप्रेन्योर हैं। OpenAI से पहले स्टार्ट-अप्स की फंडिंग करने वाले ग्रुप वाई-कॉम्बिनेटर के प्रेसिडेंट थे। फिर OpenAI के CEO बने।
इल्या सेत्सकेवर: OpenAI के चीफ साइंटिस्ट हैं।
ग्रेग ब्रॉकमैन: OpenAI के प्रेसिडेंट हैं।
वॉजियेक जोरेम्बा: OpenAI में कोडेक्स और लैंग्वैच रिसर्च टीम्स के हेड हैं।
एलन मस्क: OpenAI में निवेश किया है।
जॉन शुल्मैन: AI रिसर्च साइंटिस्ट हैं।
आन्द्रेज कारपेथी: रिसर्च साइंटिस्ट हैं।
इन सब लोगों में सैम ऑल्टमैन की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस रिसर्च की डिजाइन करने वाले वही हैं। यानी उन्होंने ही तय किया कि AI से जुड़ी ये रिसर्च किस तरह से की जाएगी और क्या बनेगा।
2022 में ChatGPT को पब्लिकली अनवील किया था
OpenAI ने नवंबर 2022 में दुनिया के लिए ChatGPT अनवील किया था। इस AI टूल ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। म्यूजिक और पोएट्री लिखने से लेकर निबंध लिखने तक, ChatGPT बहुत सारे काम कर सकता है। यह एक कन्वर्सेशनल AI है। एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो आपको इंसानों की तरह जवाब देता है।
OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट जैसी बिग टेक कंपनी ने 30 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश कर रखा है। कंपनी ने अपने सर्च इंजन ‘बिंग’ में भी ChatGPT को इंटीग्रेट किया है। और भी कई कंपनियां ChatGPT का इस्तेमाल करने के लिए आतुर हैं। ऐसे में AI बेस्ड इस चैटबॉट का इस्तेमाल आने वाले दिनों में कहीं ज्यादा फैलने की उम्मीद है।
आलोचकों का कहना है कि AI का बढ़ता इस्तेमाल लोगों के लिए मुश्किलें पैदा करेगा। नौकरियां खत्म होंगी, लोगों की इस पर निर्भरता बढ़ती जाएगी और शायद एक दिन ऐसा भी आए कि इंसान सोचने का काम पूरी तरह AI पर छोड़ दे। सैम ऑल्टमैन इस खतरे को नकारते नहीं हैं। हालांकि, वो कहते हैं कि इंसानी दिमाग की जरूरत ही न पड़े ऐसी दुनिया की कल्पना मुश्किल है।
ChatGPT पर आप किस तरह के सवाल पूछ सकते हैं
इससे आप कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। यानी ईमेल लिखने से लेकर CV तक आप इससे बनवा सकते हैं। रील या अपनी वीडियो कैसे वायरल करना है, इसका भी जवाब ChatGPT देता है। वाइफ को क्या गिफ्ट दें, इस पर भी ChatGPT आपको सुझाव देता है। ChatGPT लंबे जवाब की बजाय छोटे और सटीक शब्दों पूरी जानकारी देता है। किसी स्टूडेंट को डेमोक्रेसी पर एसे यानी निबंध लिखना है तो वह तुरंत ChatGPT पर टाइप करेगा Write an essay on democracy। इसके बाद आपके सामने पूरा एसे लिखा हुआ आ जाएगा।