प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों के महागठबंधन की तैयारियों पर निशाना साधते हुए आज कहा कि इस गठजोड़ का आधार सिर्फ अपना अस्तित्व बचाना है। यह महागठबंधन जनता के कल्याण के लिए नहीं केवल सत्ता सुख हासिल करने के लिए बनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने रविवार को उत्तरी चेन्नई, मध्य चेन्नई, मदुरई, त्रिचुरापल्ली और तिरुवल्लुर लोकसभा सीटों के भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संवाद करते हुए कहा कि आज कई दलों के नेता महागठबंधन की बात कर रहे हैं और वे ऐसा केवल अस्तित्व की रक्षा के लिए कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री चेन्नई मध्य के किसान मंडल के नेता मुरलीधरन की ओर से पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने अपने जवाब में आगे कहा कि यह संभावित गठबंधन केवल सत्ता के लिए है न कि जनता के लिए और इसका आधार किसी आदर्श पर नहीं टिका हुआ है। मोदी ने कहा कि जैन आयोग पर कांग्रेस और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की लड़ाई को कोई भी भूल नहीं सकता है। उस वक्त कांग्रेस ने कहा था कि या तो वह रहेगी या टीडीपी, किंतु आज ये दोनों दल हाथ मिला रहे हैं। ये अवसरवादिता का एक ज्वलंत उदाहरण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह तथाकथित महागठबंधन रईस परिवारों के वंशों का जुटान है। जनता इन दलों की अवसरवादिता को देख रही है और वह इसे स्वीकार नहीं करेगी। मोदी ने कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह देश की प्रगति के बारे में लोगों को गुमराह करने का काम करती रही है। आज देश तीव्र गति से बढ़ रहा है। देश की जनता सपने, आकांक्षाएं और अपेक्षाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा
कि शहरीकरण चुनौती नहीं, बल्कि एक अवसर है। मोदी ने एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन का जिक्र करते हुए कहाकि उक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में अगले 2 दशकों में 10 शीर्ष शहरों की सूची में दो शहर भारत से होंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि ने अभी से आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर बूथ स्थर पर जीत हासिल कर लेते हैं तो उन्हें चुनाव जीतने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह घर-घर जाकर केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और नीतियों से लोगों को अवगत कराएं।