गाजियाबाद।राजनगर स्थित सेक्टर.6 सेन्ट्रल पार्क में अखिल भारतीय योग संस्थान के तत्वावधान में 2019 नव वर्ष सृष्टि सम्वत् 1960853120ए चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रमी संवत 2076 का योग साधना के साथ स्वागत किया गया। सत्र का प्रारम्भ संस्थान के अध्यक्ष के के अरोड़ा ने ओ३म् की ध्वनि गायत्री मंत्र से किया ।उन्होंने ताड़ासन विरेचन क्रिया ,भस्रिकाए व सूक्ष्म अभ्यास कराया।राज नगर की योग शिक्षिका ने सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया व इसके लाभों की चर्चा की।
समारोह के मुख्य अतिथि क्षामंत्रालयए भारत सरकार के पूर्व हिन्दी सलाहकार सदस्य राम प्रकाश शर्मा ने नववर्ष की सभी को बधाई देते हुये अपने उद्बोधन में कहा कि आज का दिन एक दूसरे को शभकामनाएँ देने का दिन है क्योंकि ब्रह्मांड में हम जो कुछ भी देते हैं वह लौटकर आता हैएआज की युवा पीढ़ी को 2019 ईसवी का तो पता है लेकिन 2076 विक्रमी की जानकारी नहीं है अतः हमें अधिकांश संदेश भेजकर इसकी जानकारी युवा पीढ़ी को देनी होगी।भारतीय नववर्ष पर हर ओर हरियाली हैएप्रकृति में गहराई तक अन्तर नवीनता नजर आती है हमारे शरीर में भी आंतरिक परिवर्तन नजर आता है इसे हमने धर्म से जोड़ दिया नया अन्न पेट तभी ग्रहण करेगा जब 9 दिन हम उपवास पेट को स्वच्छ करने हेतु करेंगे इससे हमारा स्वास्थ्य ठीक रहता है।
इसीक्रम में विशिष्ठ अतिथि डॉ मधु पोद्दार ने कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नव वर्ष प्रारंभ होता है। इसी दिन सूर्योदय के साथ सृष्टि का प्रारंभ परमात्मा ने किया था। अर्थात् इस दिन सृष्टि प्रारंभ हुई थी तब से यह गणना चली आ रही है। यह नववर्ष किसी जातिए वर्गए देशए संप्रदाय का नहीं हैए अपितु यह मानव मात्र का नववर्ष है। यह पर्व विशुद्ध रुप से भौगोलिक पर्व है। क्योकि प्राकृतिक दृष्टि से भी वृक्ष वनस्पति फूल पत्तियों में भी नयापन दिखाई देता है। वृक्षों में नई.नई कोपलें आती हैं। वसंत ऋतु का वर्चस्व चारों ओर दिखाई देता है। मनुष्य के शरीर में नया रक्त बनता है। हर जगह परिवर्तन एवं नयापन दिखाई पडता है।