थराली। 2022 के विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। ऐसे में थराली विधानसभा से टिकट के संभावित दावेदार अपनी दावेदारी कर जीत का दम भर रहे हैं। थराली विधायक मुन्नी देवी शाह जहां अपनी पांच सालों की उपलब्धियों को गिनाकर पार्टी से टिकट की मांग कर रही हैं तो वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता व चमोली जिले में अनुसूचित जाति के जिलाध्यक्ष भोपाल राम टम्टा, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बलबीर घुनियाल और नरेंद्र भारती ने भी थराली सीट से दावेदारी कर पार्टी के लिए सिरदर्द खड़ा कर दिया है।
थराली के पूर्व विधायक मगनलाल शाह के निधन के बाद हुए उपचुनाव में थराली की जनता ने फिर से भाजपा पर भरोसा कर मुन्नी देवी शाह को विधानसभा भेजा। उनका कहना है कि इन पांच सालों के कार्यकाल में उन्होंने क्षेत्र के विकास में अनेकों कार्य किए हैं, जो कि आने वाले समय मे मील का पत्थर साबित होंगे। मैं फिर से थराली की जनता की सेवा करना चाहती हूं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुझ पर भरोसा किया तो मैं 2022 के चुनाव के लिए फिर से तैयार हूं।
वहीं भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष भोपाल राम टम्टा भाजपा में अपनी विशेष पहचान से जाने जाते हैं। भाजपा में लंबा अनुभव व जमीनी कार्यकर्ता होने के कारण भोपाल राम टम्टा ने भी थराली सीट से दावेदारी कर दी है। वे कहते हैं कि वे पार्टी और संगठन के लिए निष्ठापूर्वक कार्य कर रहे हैं। पार्टी यदि मुझे टिकट देती है तो मैं थराली सीट से 2022 के विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार हूं। बाकी पार्टी का जो भी निर्णय हो, वह स्वीकार होगा।
इसके अलावा बलबीर घुनियाल और नरेंद्र भारती भी थराली सीट से टिकट की मांग कर रहे हैं। नारायणबगड़ के ब्लाक प्रमुख व पिंडर घाटी में भाजपा के वरिष्ठ नेता यशपाल सिंह नेगी का कहना है कि जमीनी नेता को टिकट मिलना चाहिए। यदि पैराशूट प्रत्याशी को टिकट दिया जाएगा तो कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर हो जाता है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य गणेश शाह ने कहा कि भाजपा सरकार के नेतृत्व में थराली विधायक मुन्नी देवी शाह ने थराली विधानसभा का चहुंमुखी विकास किया है। वहीं अब एक सीट से चार लोगों द्वारा दावेदारी करने पर पार्टी को अब बगावत का डर भी सताने लगा है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल का कहना है कि भाजपा में नाराजगी नहीं है। यह कार्यकर्ताओं का उत्साह है। भाजपा जिस भी कार्यकर्ता को टिकट देगी, सभी कार्यकर्ता उसके लिए कार्य करेंगे।