
जम्मू-कश्मीर : बाबा बर्फानी की श्री अमरनाथ यात्रा से पहले ही पहलगाम में आतंकी हमले ने सभी को डरा दिया है। हमले के बाद पीड़ितों की चीख-पुकार की गूंज देश के हर कोने में सुनाई दे रही है। आतंकवादियों ने घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों से पहले उनका नाम पूछा और धर्म की पहचान होने के बाद उनपर गोलियां बरसा दी। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि आतंकवाद का भी मजहब होता है। पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले की साजिश रावलपिंडी में रची गई थी। इस हमले में 28 लोगों की जान गई है। हमले के चश्मदीद अभी भी सदमे में हैं।
आतंकियों ने पुलिस की वर्दी पहनी थी : चश्मदीद
पहलगाम हमले की साजिश दो महीने बाद होने वाली श्री अमरनाथ यात्रा को लेकर रची गई थी। यह हमला यात्रा को बाधित करने की मंशा से किया गया। आतंकवादियों ने पहले पर्यटकों कोबैसरन वन क्षेत्र के एक स्थान पर इकट्ठा किया और फिर बातचीत के बहाने नाम पूछा। हमले के एक चश्मदीद ने बताया कि उसके पति से आतंकियों ने नाम पूछा था, जैसे ही नाम सुना पर्टकों के समूह पर तुरंत गोलियां चला दी। आतंकियों ने पुलिस की वर्दी पहनी थी।
इस हमले के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि अधिकारियों ने बताया कि इस हमले के पीछे एक सुसंगठित साजिश का हाथ है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर सैफुल्लाह कसूरी उर्फ खालिद का नाम लिया जा रहा है। जानकारी में बताया गया कि लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर ने खुद ही हमले की जिम्मेदारी ली है। इस हमले की साजिश पाकिस्तान के रावलपिंडी में बैठकर रची गई थी। इस हमले में 6-8 आतंकी शामिल थे, जिन्होेंने पहले तो पहलगाम के इलाके में रेकी की थी। इसके बाद हमले को अंजाम दिया गया।
घटना के एक चश्मदीद ने बताया कि आतंकियों ने पर्यटकों के समूह पर काफी पास से गोलियां चलाईं। कुछ घायलों को स्थानीय लोगों ने अपने खच्चरों पर लादकर नीचे लाने का प्रयास किया। हमले में 28 लोगों की मौत की पुष्टि के साथ पहलगाम अस्पताल में 12 घायल अन्य पर्यटक भी भर्ती हैं। पर्यटकों के परिजनों की चिंता बढ़ गई है। नागपुर से पहलगाम आए एक पर्यटक के परिवार ने कहा, “हमें टेलीविजन से इस घटना की जानकारी मिली और उसके बाद हम चिंतित हो गए, हम लगातार उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।”
फिलहाल, 5 जुलाई से शुरू हो रही श्री अमरनाथ यात्रा को लेकर प्रशासन अब सतर्क हो गया। बालटाल और चंदनवाड़ी दोनों ही मार्गों से की जाने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए पहलगाम मुख्य व पहला पड़ाव है। ऐसे में पहलगाम में हुआ आतंकी हमला अमरनाथ यात्रा के लिए बड़ा संकेत है। श्री श्राइन बोर्ड अभी से ही सतर्कता बरत रहा है।