हरिद्वार। मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में तमंचे के बल पर दुष्कर्म के बाद निकाह और बाद में वर-वधू पक्ष के बीच मारपीट का मामला कोतवाली पहुंचा। वहां वधू पक्ष की तहरीर पर वर पक्ष के आठ लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मंगलौर कोतवाली में एक युवती ने तहरीर देकर बताया कि बीते 13 अप्रैल को उसके माता- पिता ऋषिकेश एम्स गए थे जो देर रात तक नहीं लौटे। गर्मी के चलते वह अपने भाई और बहनों के साथ घर के बरामदे में सो रही थी। इसी बीच गांव का ही एक युवक घर में घुस आया। युवती का आरोप है कि युवक ने तमंचे के बल पर उसके साथ दुष्कर्म किया। जब परिजन आये तो युवती ने यह बात उनको बताई। इसपर परिजनों ने युवक के घर जाकर विरोध किया। बाद में गांव के रसूखदार लोगों की मध्यस्थता में पंचायत बैठाई गई।
पंचायत में फैसला हुआ कि दोनों का निकाह कर दिया जाएगा। तारीख तय होने के बाद 16 मई को दोनों का निकाह कर दिया गया। 17 मई को निकाह को रजिस्टर्ड करवाने की तैयारी होने लगी। युवती के अनुसार इस दौरान युवक के परिजनों ने निकाह पंजीकृत करवाने से पहले पांच लाख रुपये की नकदी और बाइक की मांग की।
पीड़ित के अनुसार उसके परिजनों ने युवक और उसके घरवालों से इस संबंध में बात करने की कोशिश की तो उन लोगों ने उसके परिजनों से गाली-गलौच की और मारा पीटा। युवती के परिजनों को चोटें भी आई हैं।
पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर नामजद आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों का नाम दानिश, राफा, इदरीस, पप्पू, फारूक, नाजिम, प्रमोद तथा अशोक है। इस मामले में मंगलौर कोतवाली के एएसआई रफत अली ने बताया कि इस मामले की जांच महिला उप निरीक्षक अंशु चौधरी को सौंपी गई है।