भारतीय महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ओलंपिक में तीसरी बार पदक जीतने का रिकार्ड बनाने में असफल रही हैं। सिंधु को प्री-क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें चीन की हे बिंग जियाओ के हाथों दो गेमों में 21-19 और 21-14 से लगातार हार का सामना करना पड़ा है।
ये पहली बार बार है जब सिंधु ओलंपिक से खाली हाथ वापस लौट रही हैं। इससे पहले उन्होंने दो ओलंपिक खेले थे और दोनों में ही पदक जीते थे। सिंधु अगर पेरिस ओलंपिक में पदक जीत जाती, तो वह ओलंपिक के इतिहास में लगातार तीन पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी जाती पर हार के साथ ही उनका ये सपना टूट गया। सिंधु ने ओलंपिक में दो पदक जीते हैं। उन्होंने रियो ओलंपिक 2016 में रजत और टोक्यो ओलंपिक 2020 में कांस्य पदक जीता था।
सिंधु और बिंग जियाओ के खिलाफ मुकाबला तकरीबन एक घंटे तक चला। मुकाबले में सिंधु की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उन्हें कुछ गलतियां की वहीं जियाओ ने कुछ सटीक स्मैश लगाए जिससे चीन की खिलाड़ी 5-1 की बढ़त बनाने में सफल रही। सिंधु को कोर्ट पर मूवमेंट में दिक्कत हो रही थी और उन्होंने कुछ शॉट बाहर मारकर चीन की खिलाड़ी को 7-2 की बढ़त बनाने का मौका दिया। भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद कुछ अच्छे अंक जुटाकर वापसी की कोशिश की, लेकिन जियाओ ब्रेक तक 11-8 से आगे रहीं। सिंधु ने चीन की खिलाड़ी पर दबाव बनाया।
तीन बेहद करीबी अंक मिलने से सिंधु 12-12 पर बराबरी हासिल करने में सफल रहीं। बिंग जियाओ ने सिंधु के शरीर पर स्मैश के साथ 19-17 की बढ़त बनाई। भारतीय खिलाड़ी ने लगातार दो अंक के साथ स्कोर 19-19 किया। चीन की खिलाड़ी ने लाइन पर शॉट मारकर एक गेम अंक हासिल किया और फिर लंबी रैली के बाद क्रॉस कोर्ट स्मैश के साथ पहला गेम 30 मिनट में 21-19 से जीत लिया। दूसरे गेम में भी बिंग जियाओ ने अपने स्मैश से सिंधु को परेशान किया और लगातार छह अंक के साथ 8-2 की बढ़त बनाकर मुकाबला जीत लिया।