दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली। गन्ना किसानों की आय बढ़ाने और उनका शत-प्रतिशत भुगतान कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कमिश्नर सौम्या अग्रवाल शुक्रवार को एक्शन में नजर आईं। उन्होंने चीनी मिलों को जाने वाली खस्ताहाल सड़कों का प्रस्ताव तीन दिन में भिजवाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद जल्द ही सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। बरेली मंडल में गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर 4087 करोड़ बकाया था। इसमें से 91.74 फीसदी किसानों का 3212 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों के बैंक खातों में भेजा गया है। बरेली मंडल में 526778 किसानों ने चीनी मिलों को गन्ना सप्लाई किया था। इसमें से 483251 किसानों के गन्ने का भुगतान कर दिया गया है।
बहेड़ी और बरखेड़ा चीनी मिलें डिफाल्टर, शीघ्र भुगतान करने के निर्देश
बरेली मंडल के किसानों का बहेड़ी केसर शुगर मिल पर 201.51 करोड़, नवाबगंज चीनी मिल पर 17.48 करोड़, बरखेड़ा शुगर मिल पर 244.84 करोड़ और मकसूदापुर चीनी मिल पर 186.36 करोड़ का बकाया है। कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने बताया कि चार चीनी मिलों पर 704.19 करोड़ किसानों का भुगतान बकाया है। जिस पर सभी चीनी मिलो के प्रबंधकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह शीघ्र किसानों का बकाया भुगतान करें। अन्यथा उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
गन्ने की ज्यादा उत्पादकता वाली, रोगरोधी प्रजातियों से बढ़ेगी किसानों की आय
बरेली मंडल के गन्ना उपायुक्त राजीव राय ने बताया कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए गन्ना विभाग प्रयासरत है। गन्ने में सबसे ज्यादा कीट और रेड रॉट रोग लगता है। इसकी वजह से गन्ना लाल हो जाता है और सूखने लगता है। इस बार किसानों को सीएलके 14201, 15023 और 13235 नई प्रजातियां दी गई हैं। गन्ने की नई प्रजातियां रोग रोधी हैं। इन प्रजातियों का औसत उत्पादन एक हेक्टेयर में 1000 कुंटल है। इससे किसानों की लागत कम आएगी और मुनाफा ज्यादा होगा।