
फूलों की घाटी में बादल फटने से किसी भी तरह के जान माल का नुकसान नहीं
मार्ग बाधित होने से डीएम भी फंसे लामबगड़ में
भास्कर समाचार सेवा
जोशीमठ। इन दिनों पहाड़ों में निरंतर बरसात के चलते बादल फट रहे हैं। जिस वजह से पहाड़ दरकना, सड़कें बाधित होना और इमारतें जमींदोज होना लोगों के आम बात हो गई है।
रविवार देर रात को फूलों की घाटी में जोरदार गर्जना के साथ बादल फटा। जिसके बाद कई बरसाती नाले और नदियां उफान पर आ गई। बद्रीनाथ धाम के मुख्य पड़ाव हनुमान चट्टी में भी अचानक पानी बढ़ गया। पानी बढ़ने से घबराए हनुमान चट्टी क्षेत्र के ग्रामीणों ने हनुमान मंदिर में हनुमान की प्रतिमा के सहारे बैठकर रात गुजारी।
ग्रामीणों में भय था कि कहीं भूस्खलन या कोई अन्य अप्रिय घटना न घट जाए। हालांकि बादल फटने से किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित नहीं हुई। बता दें कि निरंतर हो रही बरसात के कारण बद्रीनाथ धाम को जाने वाला मार्ग भी लामबगड़ में पूर्णता बाधित हो गया। जिस वजह से लोगों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना भी करना पड़ा। बद्रीनाथ से निर्माण कार्यों का जायजा लेकर वापस लौट रहे खुद डीएम चमोली हिमांशु खुराना को भी लामबगड़ में ही रात गुजारनी पड़ी जिसके बाद सोमवार को सुबह डीएम कड़ी मशक्कत के बाद वहां से निकले और अपने कार्यालय पहुंचे।













