सीतापुर में पंपों पर खत्म हुआ पेट्रोल, परेशान हुए वाहन चालक

अफवाह तथा स्टाक करने वालों की वजह से खत्म हुआ तेल

सीतापुर। चुनाव खत्म होते ही बढ़ जाएंगे पेट्रोल के दाम की अफवाह की ऐसी हवा फैली कि लोगों ने गाडियों की टंकियां फुट करा ली। यही नहीं जब वाहनों की टंकियांे में जगह नहीं बची तो प्लास्टिक की पिपियों में स्टाक कर लिया। यह देख पेट्रोल पंप वालों ने भी तेल बेचने से मना कर दिया और कहा कि पंप पर पेट्रोल ही नहीं बचा है। वहीं सीतापुर पेट्रोल पंप एसोसिएशन के महामंत्री ने इसका ठीकरा कंपनियों तथा स्टाक करने वालों के सिर पर फोड़ा है।

बताते चलें कि रूस तथा यूक्रेन में जारी युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल आ गया है। विदेशों से कच्चा तेल तो महंगा आ रहा है लेकिन यहां की सरकार उसे चुनाव के चलते सस्ता किए हुए है। ऐसे में तेलों की खपत करने वाली कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिससे भारी मात्रा में आने वाला तेल अब आधा ही आ रहे है। जिससे पंपों पर भी तेल के स्टाक की कमी होने लगी है। उधर बीते दो दिनों से अचानक हवा चली कि दस मार्च को चुनाव का रिजल्ट आते ही पेट्रोल के दामों में बीस रूप्ये से लेकर तीस रूप्ये तक भारी इजाफा होने वाला है। ऐसे में वाहन चलाने वालों ने अपने वाहनों की अंकियां फुल करानी शुरू करा दी। जो पैसे वाले लोग है उन्होंने स्टाक भी कर लिया। जिससे पहले से ही कम आ रहा तेल आचनक पंपों से गायब होने लगा। आज सीतापुर के हरदोई चुंगी तथा काशीराम कालोनी के पास के पंपों ने तेल न होने का कारण बता ग्राहक लौटाने शुरू कर दिए। इस पर अनेकों ग्राहकों ने शिकायत भी की। वहीं जब इस बारे में सीतापुर पेट्रोलियम एसोसिएशन के महामंत्री दिनेश अग्रवाल से वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दामों में भारी बढोत्तरी के कारण कंपनियां नुकसान में जा रही है। सरकार तेल के दाम बढाने से मना कर रही है। जिससे कंपनियों ने तेल सप्लाई में कटौती शुरू कर दी। सैकडों की संख्या में आने वाले टेंकर अब आधे आने लगे। वहीं लोगों के द्वारा तेल के स्टाक करने से यह समस्या खड़ी हुई है।

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