एक दर्जन से ऊपर प्रतिबंधित पशुओं की हुई दम घुटने से मौत
दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। भाजपा सरकार गोवंश को संरक्षित करने के लिए लाखों करोड़ों रुपए की लागत से गौशाला तैयार करने के बाद पशुओं को आश्रय गृह में रखने को अभियान चला रही है। लेकिन दूसरी ओर विभागीय अधिकारी गौ वंशीय पशुओं को रास्ते से हटाने का प्लान तैयार कर चुके हैं। बीती रात की घटना अधिकारियों के इस षड्यंत्र का ताजा उदाहरण है कि प्रतिबंधित पशुओं को संरक्षित करने के बजाए अधिकारी भूसे की तरह भरकर मारने का काम कर रहे हैं।
पशुपालन विभाग ने कार्यवाही करने से खड़े किए हाथ
विकासखंड मरौरी क्षेत्र से पकड़ कर लाए गए 78 प्रतिबंधित पशुओं को घास-कूड़े की तरह ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर ले जाने के दौरान हिंदूवादी संगठनों ने रंगे हाथों दबोच लिया। बीती रात्रि करीब 12ः30 बजे कजरी निरंजनपुर के पास ठाकुर हिमांशु सिंह की शिकायत पर पहुंचे राष्ट्रीय बजरंग दल के ठाकुर शिवम भदौरिया ने प्रतिबंधित पशुओं के बारे में पूछताछ शुरू की तो ट्रैक्टर चालक भागने लगे। इसके बाद पूरे मामले की पोल खुलने के बाद छह ट्राली में भरकर लाए गए 78 प्रतिबंधित पशुओं को बंधन मुक्त कराया गया। इन पशुओं में से तीन बछड़ा और 7 गायों की दम घुटने से मौत हो गई। मौके पर शेष प्रतिबंधित पशुओं को एक राइस मिल में लाकर उपचार कराया गया और उसके बाद चारे की व्यवस्था की गई।
हिंदूवादी संगठन के लोगों ने बंधन मुक्त कराये प्रतिबंधित पशु
प्रतिबंधित पशुओं को गौशाला में संरक्षित करने के बजाए रास्ते से हटाने का प्लान कर रहे अधिकारियों के कारनामे की पोल खुलते ही पशुपालन विभाग ने हाथ खड़े कर दिए और किसी भी प्रकार की कार्रवाई से इनकार कर दिया। राष्ट्रीय बजरंग दल ठाकुर शिवम भदौरिया ने बताया कि दम घुटने से हुई मौत के बाद करीब 1 दर्जन से अधिक पशुओं को जेसीबी मशीन लगाकर दफनाया गया है, शेष पशुओं का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने पीलीभीत हाईवे पर मौजूद थाना गजरौला और पुलिस चौकी जरा व गढ़वा खेड़ा पर सवाल खड़े किए हैं। ठाकुर शिवम भदौरिया ने कहा कि रात्रि के दौरान बड़ी संख्या में पशुओं को ले जाने के दौरान पुलिस ने रोकने की कार्रवाई नहीं की, इससे गोवंशीय पशुओं के खिलाफ चल रहे षड्यंत्र का पता चलता है। एनएच 730 हाईवे पर मौजूद थाना पुलिस की भूमिका संदिग्ध है, उन्होंने पूरे मामले की शिकायत उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करने की बात कही है।
इनसे बयान – डॉ अरविंद कुमार जिला पशु चिकित्सा अधिकारी।
पूरनपुर में पशुओं के पकड़े जाने की सूचना मिली थी पशु चिकित्सा अधिकारी को फोन करने के बाद उपचार कराया जा रहा है। ट्रैक्टर ट्राली को किसी भी प्रकार की कोई अनुमति नहीं दी गई थी, बजरंग दल वालों को ट्रैक्टर ट्राली चालक के खिलाफ एफआईआर करानी चाहिए। इसमें कार्यवाही के लिए विभाग की कोई जिम्मेदारी नहीं है।