पीलीभीत। उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सीजन के दो माह बीतने के बाद भी किसानों को गन्ने का मूल्य पता नहीं है। इसके विरोध में भाकियू ने 02 जनवरी 2024 को आदोलन छेड़ने की घोषणा कर दी है। जिलाध्यक्षस मंजीत सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में गन्ने का उत्पादन प्राकृतिक आपदा एवं बीमारी के चलते काफी कम है। शुगर मिल एवं कोल्हू और क्रेशर पर 400 रुपए कुंतल गन्ना खरीदा जा रहा है।
किसान इस उम्मीद में मिल को गन्ना दे रहे है कि प्रदेश सरकार गन्ना मूल्य में वृद्धि करेगी। पीछे एक दशक की बात करें तो इस वर्ष चीनी का भाव सबसे ऊपर है। शीरे के दाम में भी वृद्धि हुई है। बेगास सहित आदि उत्पाद अच्छे दामो में बिक रहे है। मिल की राख भी पोटाश के नाम पर बिक रही है, लेकिन इसका लाभ किसानों को नहीं है। विगत 25 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित किसान पंचायत के माध्यम से प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी,
जहां उनके द्वारा गन्ना मूल्य वृद्धि पर आश्वाशन दिया गया था। लेकिन अब किसानों का सब्र टूट रहा है। किसान गन्ना मूल्य में वृद्धि को लेकर सड़कों पर उतरने को तैयार है। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक प्रदेश भर में 2 जनवरी 2024 को गन्ना मूल्य वृद्धि को लेकर जिला मुख्यालयों पर आंदोलन करेगी। जिसमे सभी जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा। जनपद में गन्ना किसानों से संपर्क शुरू कर दिया है।