दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने औचक निरीक्षण करते हुए शौक्षिक गुणवत्ता और निपुण भारत लक्ष्य के अंर्तगत निपुणता की जांच की, इस दौरान कई तरह की खामियां मिलने पर शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश दिये हैं। अचानक हुए निरीक्षण से खलबली मची रही। बीएसए अमित कुमार सिंह ने निपुण भारत लक्ष्य के अंर्तगत स्कूली बच्चों से उनकी निपुणता की जांच की, साथ ही स्कूली बच्चों के शैक्षिक स्तर को परखा। निरीक्षण में शैक्षिक स्तर से संतुष्ट न होने पर विकास क्षेत्र अमरिया और मरौरी के चारों स्कूलों में शिक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी है।
शुक्रवार को बीएसए अमित कुमार सिंह ने न्यूरिया हुसैनपुर के स्कूल का निरीक्षण किया, स्कूल में 64 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे और महज 20 छात्रों की मौजूद मिले। इस पर बीएसए भड़क गए और उन्होंने तैनात शिक्षकों की जमकर लताड़ लगाई। बीएसए ने जरूरी निर्देश दिए और 19 पैरामीटर भी अपूर्ण पाए गए। साथ ही कम कम्पोजिट ग्रांट के व्यय करने की प्रक्रिया भी गैरकानूनी पाई गई डीवीटी के तहत आधार लिंक की कार्रवाई अधूरी मिली। जिसके चलते स्कूल के पूरे स्टाफ का वेतन रोका गया।
शिक्षा की गुणवत्ता से नाखुश बीएसए ने दिये शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश
इसके बाद बीएसए जूनियर हाई स्कूल भिंडारा पहुंचे और स्कूल में 97 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। मौके पर 48 छात्रों की पाये गए। बीएसए ने नाराजगी जाहिर की और स्कूली छात्र छात्राओं के फोटो पोर्टल पर अपलोड न होने पर व शैक्षिक गुणवत्ता ठीक नहीं मिली। मामले को गंभीरता से लिया और प्रधानाध्यापक सहित स्टाफ के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। पकड़िया विजयपुर स्कूल का निरीक्षण करने पर स्कूल में शैक्षिक गुणवत्ता भी ठीक नहीं मिली और निपुण भारत लक्ष्य की जांच के चलते छात्र संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके।
कमपोजिट स्कूल गिधौर का निरीक्षण करने पर प्राइमरी स्कूल में फर्नीचर नहीं मिला, कक्षाओं में टायल का भी कार्य अपूर्ण मिला और कक्षा दो के बच्चों से भाषा गणित के सवाल पूछे गए। छात्र बीएसए के सवालों का उत्तर नहीं दे सके। बीएसए के सामने शैक्षिक गुणवत्ता की पोल खुल गई। चारों स्कूलों के निरीक्षण के बाद जिला मुख्यालय पहुंचे बीएसए ने शिक्षकों का वेतन रोक देने के निर्देश दिये हैं। बीएसए अमित कुमार सिंह ने बताया कि विद्यालयों के निरीक्षण में पाई गई कमियों दूर कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।